नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। आज के समय में वजन बढना बेहद ही आम समस्या बन चुका है। अक्सर यह सलाह दी जाती है कि हर व्यक्ति को अपना वजन नियंत्रण में रखना चाहिए। लेकिन ऐसे कई लोग हैं, जिनके शरीर में हार्मोन असंतुलन के कारण तेजी से बढ़ता है।
अगर किसी को हाइपोथायरायडिज्म की समस्या है तो ऐसे में व्यक्ति लाख कोशिशों के बाद भी अपना वजन कम नहीं कर पाता है। लेकिन अगर आप अपनी डाइट में कुछ चीजों को शामिल करते हैं तो इससे थायरॉयड के मरीज के लिए भी वजन कम करना काफी आसान हो जाता है। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बतायेंगे जिससे वेट लॉस करने में मदद हो सकती हैं।
डाइट में शामिल करें ये फूड्स
खाएं नट्स और सीड्स
वजन घटाने के लिए नट्स और सीड्स काफी अच्छा माना जाता है। अगर आपको हेल्दी तरीके से वेट लॉस करना चाहते हैं तो ऐसे में आप नट्स व सीड्स का सेवन करें। थायरॉयड के मरीज सुबह के समय पांच भीगे हुए बादाम अपनी डाइट में शामिल करें। वहीं, सीड्स में आप कद्दू के बीज या सूरजमुखी के बीज खा सकते हैं। लेकिन ऐसे लोगों को फ्लैक्स सीड्स अर्थात् अलसी के बीज नहीं लेने चाहिए।
दालों का करें सेवन
अगर आप वेजिटेरियन हैं तो ऐसे में अपनी डेली डाइट में प्रोटीन इनटेक बढ़ाने के लिए कई तरह की दालों को शामिल कर सकती हैं। फाइबर व प्रोटीन रिच होने के कारण यह थायरॉयड मरीजों में वजन को कम करने में मददगार है। साथ ही साथ, इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है। हालांकि, थायरॉयड मरीजों को सोया या सोया से बने पदार्थों से परहेज करना चाहिए। सोयाबीन में मौजूद एस्ट्रोजन आपकी थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को नेगेटिव तरीके से प्रभावित करता है।
खाएं विटामिन सी रिच फूड्स
थायरॉयड के मरीजों को विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट रिच डाइट लेनी चाहिए। जहां विटामिन सी आपको वजन कम करने में मदद करेंगे, वहीं एंटी-ऑक्सीडेंट थायरॉयड ग्लैंड के लिए काफी अच्छे होते हैं। आप अपनी डाइट में नींबू, अनानास, संतरा, बेरीज और स्ट्रॉबेरी को शामिल करने की कोशिश करें। अगर आप अलग से इन्हें नहीं खा सकते हैं तो अपनी सब्जी या दाल में ही प्रतिदिन एक नींबू अवश्य निचोड़ें।
एक्सरसाइज और योग करें
एक्सरसाइज और योग दोनों ही थायराइड को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। साथ ही ये मेटाबोलिक रेट को बढ़ाता है और तेजी से खाना पचाने में मदद करता है। इसके अलावा एक्सरसाइज और योग दोनों ही थायराइड के कारण होने वाली अन्य समस्याओं को कंट्रोल करने में मदद करता है जैसे कि क्रेविंग, बालों का झड़ना और ड्राई स्किन। साथ ही एक्सरसाइज और योग करने से तनाव कंट्रोल करने में मदद मिलती है जिससे आपकी नींद बेहतर होती है।
डाइट में न लें ये फूड्स
- चूंकि सोयाबीन में एस्ट्रोजन होता है और आमतौर पर थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को बाधित करता है।
- गोभी और ब्रोकली जैसी सब्जियों को हाइपोथायरायडिज्म के दौरान खाना अच्छा नहीं माना जाता हैं।
- हाइपोथायरायडिज्म में फैटी फूड्स जैसे पनीर, मक्खन, जंक फूड को खाने से बचना चाहिए, क्योंकि वे आसानी से वजन बढ़ाते हैं।
- बहुत अधिक कैफीन थायरोक्सिन हार्मोन के सामान्य उत्पादन को नुकसान पहुंचाता है।
- हाइपोथायरायडिज्म के दौरान हाई मात्रा में अलसी जैसे बीजों को लेना उचित नहीं है।