- राजेन्द्रपुरम में अवैध निर्माण का मामला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने राजेन्द्रपुरम के बड़े अवैध निर्माण को लेकर सख्ती कर दी है। अब इसमें जोनल अधिकारी ने निर्माणकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश कर दिया है। क्योंकि निर्माण एमडीए की सील तोड़कर किया जा रहा था। ये निर्माण एक लेखपाल व एक अन्य व्यापारी का होना बताया जा रहा है।
बता दें कि गंगानगर से सटे राजेन्द्रपुरम में एक बड़ी बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है, जिसका मानचित्र स्वीकृत नहीं है। इस बिल्डिंग पर एमडीए ने पहले कार्रवाई करते हुए सील लगा दी थी, लेकिन सील तोड़कर फेंक दी गई तथा इसमें अवैध निर्माण जारी रखा।
इसका संज्ञान लेते हुए जोनल अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि सील तोड़कर निर्माण करना अपराध है। अब इसमें निर्माणकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश कर दिये हैं। जोनल अधिकारी ने बताया कि ये निर्माण एक लेखपाल का है,जो वर्तमान में मेरठ में ही तैनात है।
दूसरा निर्माण एक व्यापारी का है। इन दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जोनल अधिकारी विपिन कुमार ने कर दिये हैं। उनका कहना है कि सील तोड़कर अपराध किया। ग्राउंड फ्लोर से लेकर दूसरी मंजिल तक इसी तरह से लिंटर डाल लिया गया।
यही नहीं, कपाउंडिंग कराने के लिए भी एमडीए में मानचित्र दाखिल तक नहीं किया। एमडीए इंजीनियर सील लगाते है तथा उनके जाते ही सील तोड़ दी जाती है। ये सील तोड़ना,फिर निर्माण करना एक खेल बन गया है। यही नहीं, बल्कि शहर में इंजीनियरों की मिलीभगत से यही सब चल रहा है।
डीएम के. बालाजी ने जब से कार्यभार ग्रहण किया है, तब से यह माना जा रहा था कि अवैध निर्माणों पर रोक लगेगी, डीएम का भी इंजीनियरों को डर नहीं है। यही वजह है कि अवैध निर्माण की शहर में बाढ़ आ गई है।