- नेपाली नौकर पर 25 हजार का इनाम घोषित, फतेहपुर थाने में राघव शर्मा ने दर्ज कराया था मुकदमा
- पांच दिन काम करके लाखों रुपये और मनी बैग लेकर फरार हो गया था
- दिल्ली के एजेंट को भी फर्जी आधार कार्ड थमाया था
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कमला नगर में रहने वाले ट्रांसपोर्टर प्रदीप गुप्ता उर्फ पिंकी को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाला नेपाली नौकर वीर बहादुर काफी शातिर और पेशेवर चोर निकला। जिस नौकर की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है उस नौकर ने दिल्ली के फतेहपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक व्यापारी राघव शर्मा के घर पांच दिन काम करके छह लाख रुपये, 10 हजार के नोट भरा बैग आदि लेकर फरार हो गया था। दिल्ली पुलिस इस शातिर की तलाश कर रही है। वहीं नौकर पर एसएसपी ने 25 हजार का ईनाम घोषित कर दिया है।
टीपी नगर पुलिस प्रदीप गुप्ता के घर में काम करने वाले नेपाली नौकर की तलाश करने में लगी हुई है। पुलिस ने दिल्ली जाकर जब वीर बहादुर के आधार कार्ड की जांच की तो फर्जी निकला लेकिन पुलिस को एक महत्वपूर्ण जानकारी जरुर मिली। दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी कि वीर बहादुर ने 9 जुलाई 2022 को फतेहपुर थाना क्षेत्र में राघव शर्मा के घर से छह लाख रुपये के अलावा मनी बैग में रखे दस हजार रुपये लेकर फरार हो गया।
तब से उसका पता नहीं चल रहा है। नौ जुलाई को राघव अपनी मां सुषमा को ट्रेन में बैठाकर जब घर लौटे तो वीर बहादुर ने उन्हें नशीली गोलियां डालकर चाय पिला दी। शाम को उनकी नींद टूटी तो वीर बहादुर अपने साथी माधव के साथ फरार था। इस जानकारी से यह पक्का हो गया कि नौकर काफी शातिर और पेशेवर लगता है। वहीं पुलिस ने व्यापारी राघव के घर नौकर भेजने वाले एजेंट को पूछताछ के लिये मेरठ ले आई है
और उससे पूछताछ की जा रही है। एजेंट ने पुलिस को बताया कि वीर बहादुर उसके पास आया था और काम दिलवाने को कह रहा था। जो आधार कार्ड दिया था उसका सत्यापन नहीं करवा पाया था। पुलिस फिलहाल मेरठ और दिल्ली के एजेंट को पूछताछ के लिये रखे हुए है।
सांसद ने परिवार से की बातचीत
सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा, संयुक्त व्यापार संघ के महामंत्री सरदार दलजीत सिंह आदि प्रदीप गुप्ता से मिले और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। सांसद ने इस संबंध में एसएसपी से बात भी की और चोरी की वारदात को जल्द खोलने को कहा।
प्रदीप गुप्ता के घर चोरी करने वाले नौकर वीर बहादुर पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। वीर बहादुर का पूरा रिकार्ड खंगाला जा रहा है, वह मुंबई और दिल्ली के अलावा नोएडा में भी नौकरी कर चुका है। वीर बहादुर दिल्ली में शेयर ब्रोकर की चाय में नशीली गोलियां डालकर लाखों की रकम साफ कर चुका है।
दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में नेपाल तक दबिश डाल चुकी है। दिल्ली से वांछित होने पर भी वीर बहादुर आसानी से प्रदीप गुप्ता के आफिस में नौकरी कर रहा था। यदि उसका सत्यापन किया जाता तो वह पकड़ा जा सकता था। पुलिस की पांच टीमें बहादुर और उसके दो साथियों की तलाश में नेपाल बार्डर तक लगा दी गई है। -रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी