मुख्य संवाददाता |
बागपत/बिनौली: इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि किसान विरोधी सरकार सत्ता में बैठ गई है। किसान को अपनी ताकत का अहसास कराकर उसे सत्ता से हटाना होगा और अपने हक की लड़ाई के लिए एकजुट होना होगा। यह सरकार किसानों की जमीन अडानी व अंबानी को सौंपने की तैयारी में है। किसान सरकार के निशाने पर है। उधर, किसान आंदोलन में चर्चित चेहरा बनी पूनम पंडित ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला भी बामनौली गांव पहुंचे थे। किसान पंचायत को संबोधित करते हुए उन्होंने इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि वह बागपत जनपद के बामनौली गांव की धरती को नमन करते हैं। बागपत की धरती ऐतिहासिक रही है। उन्होंने कहा कि आज केंद्र में बैठी सरकार एक ही सोच रखती है कि किसानों को कैसे परेशान किया जाए, कैसे पूंजीपतियों को जमीन सौंपी जाए। किसानों को कैसे बर्बाद कर पूूंजीपतियों का खजाना भरा जाए।
कोविड की आड में नए कानून को बना दिया। न बहस हुई और न ही इस पर किसानों से चर्चा की गई। किसान को बर्बाद करने वाले तीन कृषि कानून बना दिए गए। आज छोटा बच्चा हो, बुजुर्ग महिला या पुरुष हो सभी सड़कों पर धरने पर बैठने को मजबूर है। पिछले दिनों कड़ाके की सर्दी में भी किसानों के कदम पीछे नहीं हटे। अब गर्मी अपना रूप दिखाएगी। किसान को संगठित होकर आवाज को ऐसे ही बुलंद रखना होगा। क्योंकि प्रधानमंत्री का रवैया अडियल है। वह किसान की जमीन को अडानी व अंबानी के हाथों में सौंपना चाहते हैं।
किसान की आवाज को लाठियों व डंडों से दबाना चाहते हैं। हाथरस में जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज करने से भी सरकार पीछे नहीं हटी थी। किसान पर लाठी मारकर सरकार सत्ता में कभी नहीं रह सकती। इस बार किसान को अपनी ताकत दिखानी होगी और किसान के बेटे के हाथ में सत्ता देने का काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि षड्यंत्र के तहत सरकार आंदोलन को खत्म करना चाहती थी, लेकिन सोशल मीडिया ने उस आंदोलन को बचा लिया। 26 जनवरी को अगर सोशल मीडिया व युवाओं का सोशल मीडिया न होता तो किसानों को फंसा दिया था। सरकार के षड्यंत्र की पोल उसी सोशल मीडिया ने खोली थी। जिसमें आरएसएस व भाजपा के लोग शामिल नजर आए थे। उन्होंने कहा कि अब आपसी मतभेद खत्म कर किसान को अपनी आवाज को मजबूत करना होगा और किसान विरोधी सरकार को सत्ता से हटाना होगा।
किसान को एकता दिखानी होगी: पूनम पंडित
दाहा: किसान आंदोलन में इन दिनों चर्चाओं में चल रही पूनम पंडित भी किसान पंचायत में पहुंची। पूनम पंडित ने कहा कि जमीन किसान की है, किसी अन्य की नहीं है। किसान की जमीन पर कोई कब्जा करेगा तो उसे किसान सबक सिखाना भी जानता है। किसान के हक पर डाका डालने वालों को सबक सिखाने का समय आ गया है। किसान को अपनी ताकत का अहसास कराना होगा। उन्होंने किसानों से एकजुटता का आह्वान किया।