- 500 घरों पर पहुंच कर सर्वे कर रिपोर्ट दाखिल करने के बाद ही मिलेगी सेलरी
- हाउस होल्ड सर्वे बना है टीचरों के लिए मुसीबत, मगर निजात को नहीं कोई रास्ता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सूबे की योगी सरकार का हाउस होल्ड सर्वे का फरमान परिषदीय स्कूलों के टीचरों के लिए मुसीबत बना हुआ है। फरमान में कहा गया है कि जो बच्चे स्कूल छोड़कर चले गए हैं उनकी तलाश करना है और दोबारा उन्हें स्कूल तक लाने का प्रयास करना है।
प्रत्येक टीचर को 500 घरों के सर्वे का टारगेट दिया गया है। इस टारगेट को पूरा करना अनिवार्य रूप से डयूटी का हिस्सा है। 500 घरों का सर्वे करने के बाद बीएसए को रिपोर्ट देनी है। उसके बाद ही सैलरी मिल सकेगी।
पढ़ाने के बजाय तलाशने का काम
जनपद के परिषदीय स्कूलों के टीचर जिन बच्चों को पढ़ाई में मन लगता है, ऐसे बच्चों को पढ़ाने के बजाय अब पढ़ाने के समय ऐसे बच्चों के पीछे दौड़ेगे जो बंक मारते हैं। पढ़ाई में जिनका मन नहीं लगता। ये फरमान जनपद के सभी परिषदीय स्कूलों के टीचरों को जारी कर दिया गया है। कार्यालय खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र मेरठ सतेन्द्र पाल सिंह के दस्तख्त से जारी इस फरमान के बाद टीचरों को परेशान हैं कि करें तो क्या करें।
जो पढ़ना चाहते हैं उन्हें काबिल बनाए या फिर उनके पीछे भागें जिन्हें बस्ता और किताबें काटने को दौड़ती हैं। ऐसे बच्चे भी परेशान है जो पढ़ना चाहते हैं वो पूछ रहे हैं कि टीचरों को यदि बंकबाज बच्चों के पीछे दौड़ा तो फिर उनको कौन पढ़ाएगा। जब टीचर क्लास में नजर ही नहीं आएंगे तो फिर स्कूल आने का फायदा क्या। इससे तो बेहतर यही है कि उनका इंतजार करने के फिर स्कूल ही आना बंद कर दिया जाए
क्योंकि फरमान जारी किया गया है कि पहले उन बच्चों को तलाशों को बंक मारते हैं। फरमान में कहा गया है कि प्रत्येक मास्साब को 500 परिवारों तक पहुंचना होगा। ऐसे बच्चों को तलाशना होगा जिन्होंने स्कूल छोड़ दिया है। इतना ही फरमान में हुकूम दिया गय है कि यह काम दो दिन के भीतर करना है वर्ना सैलरी नहीं मिलेगी।
स्कूलों की सूची
सतेन्द्र पाल सिंह के आदेशों से जारी फरमान में ऐसे स्कूलों की सूची भी जारी की गयी है। इस सूची में प्रा.वि. कंचनपुर घोपला, प्रा.वि. मकबरा कासमपुर, प्रा.वि. मुलतान नगर, प्रा.वि. वेद वाड़ा, प्रा.वि. साबुन ग्रान, प्रा.वि.कोठी अतानस, प्रा.वि. ठठेकरवाड़ा, प्रा.वि. रिठानी, प्रा.वि. फत्तेलापुर, प्रा.वि. ठठेरवाडा, प्रा.वि. भाटवाड़ा, प्रा.वि. बागपत गेट, प्रा.वि. पदमपुरा, प्रा.वि. पूर्वा इलाही बख्श, प्रा.वि. शाहघासा, प्रा.वि. राजेन्द्र नगर, प्रा.वि. मोहनपुरी, प्रा.वि. पूर्वा कम्बोहगेट, प्रा.वि. अंदरकोट लखीपुरा, केसरगंज,
प्रा.वि. बैरून शोहराबगेट, प्रा.वि. नेहरू बाल बिहार खड़ौली, प्रा.वि. पूर्वा फैय्याज अली, प्रा.वि. बालक प्रहलाद नगर, प्रा.वि. मकबरा, प्रा.वि. नंगलाताशी, उ.प्रा.वि. लखवा, प्रा.वि. रेसनस, प्रा.वि. खिस्त पैजान, प्रा.वि. करमअली, उ.प्रा.वि. कृष्णापुरी, प्रा.वि. नंगलातशी, उ.प्रा.वि. रामपुर पावटी, उ.प्रा.वि. सराय बहलीम, उ.प्रा.वि. पठानपुरा, प्रा.वि. जैदी नगर, प्रा.वि. आनंदपुरी, प्रा.वि. प्रभातनगर,
उ.प्रा.वि. प्रहलाद नगर, उ.प्रा.वि. खैरनगर शामिल हैं। यह फरमान 22 अगस्त को जारी किया गया है। अब मास्साब को तय करना है कि उन्हें स्कूल में आने वाले बच्चों को पढ़ा कर अपनी सैलरी से हाथ धोना है या फिर जिन्होंने स्कूल छोड़ दिया है, ऐसे बच्चों की तलाश में दो दिन के भीतर पांच सौ मकानों का सर्वे पूरा कर रिपोर्ट दाखिल कर अपने सैलरी पक्की करनी है।
वहीं, इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने जानकारी दी कि हाउस होलड सर्वे का आदेश शासन से आया हुआ है। यह काम इन दिनों चल रहा है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं कि यह कब समाप्त होगा। जैसा भी निर्देश मिलेगा उसके अनुसार ही आदेश जारी किए जाएंगे।