- पीड़िता को ठेले पर डालकर डीएम से गुहार लगाने पहुंचा भाई
- दिल्ली के सर गंगाराम में हो सकता है इलाज लेकिन पैसा नहीं पास
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: इलाज के लिए कैंसर पीड़ित बहन को लेकर भाई दर-दर भटक रहा है। मृतका का कहना है कि इलाज के बगैर यदि उसकी मौत हो गयी तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। ये दु:ख भरी कहानी गढ़ रोड की झुग्गियों में रहने वाले हीरा व उसकी बहन ऊषा की है।
गुरुवार को हीरा अपनी बहन को एक ठेले में डालकर कलक्ट्रेट पहुंचा था। भाई-बहन डीएम कार्यालय पर गुहार लगाने पहुंचे थे। हीरा ने बताया कि उसकी बहन कैंसर पीड़ित है। उनकी इतनी हैसियत नहीं कि प्राइवेट इलाज करा सकें। हालांकि किसी के कहने पर ऊषा के इलाज के लिए नई दिल्ली के सर गंगाराम भी पहुंचा था।
वहां चार डाक्टरों की टीम ने जांच कर इलाज की हामी भी भर दी थी, लेकिन जितनी रकम इलाज के लिए मांगी गयी है उतनी रकम तो उन्होंने आज तक देखी तक नहीं। पहले भी एक बार इलाज के लिए ऊषा को मेडिकल में भर्ती कराया जा चुका है। भर्ती तो कर लेते हैं, लेकिन मेडिकल में इलाज नहीं मिलता।
कोई गौर न किए जाने की वजह से ऊषा वहां से आ गयी थी। हीरा ने बताया कि एक बार फिर हालत बिगड़ने लगी तो दो दिन पहले वह ऊषा को लेकर मेडिकल गया था, लेकिन वहां उसको भर्ती नहीं किया गया। तमाम तरह की जांचें कराने की बात कही गयी। उसकी इतनी हैसियत नहीं थी कि जांच करा सके। कैंसर पीड़ित ने जिला प्रशासन से सरकारी खर्च पर इलाज कराने की गुहार लगायी है।