- कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी पर उमड़ रही कांवड़ियों की भीड़
- रजवाहा पटरी पर भी हुई कांवड़ियों की दस्तक
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी केसरिया रंग से सराबोर हो चुकी है। गंगनहर पटरी से इस समय भारी संख्या में कांवड़िये गुजर रहे हैं। समय के साथ आसपास इलाकों के कांवड़ियों का आना भी शुरू हो गया है। कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी पर आस्था के अजब रंग देखने को मिल रहे हैं। कांवड़ियों के जत्थे बम बम भोले के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। गंगनहर पटरी पर कांवड़ियों की भीड़ उमड़ रही है। समय को देखते हुए राजस्थान व मध्य प्रदेश जैसे दूर इलाकों के कांवड़ियों ने अपनी चाल दे कर दी है। वहीं दिल्ली, हरियाणा आदि इलाकों के कांवड़िया भी गंगनहर पटरी से गुजरने लगे हैं। गंगनहर पटरी से रिकॉर्ड कांवड़ियों के जत्थे गुजरे।
बीमार भोलों की सेवा करने में भी पीछे नहीं हैं। वहीं अधिकारी भी लगातार गंगनहर पटरी पर गश्त करके व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। उधर, जलाभिषेक का समय कम होने के कारण पुरामहादेव जाने वाले कांवड़ियों ने अपने गंतव्य की ओर चाल दे कर दी है। समय को देखते हुए रजवाहा पटरी पर कांवड़ियों की दस्तक हो गई है। सोमवार को रजवाहा पटरी से काफी संख्या में कांवड़िये गुजरे। हालांकि अभी पटरी परी कांवड़ियों की संख्या कम है। वहीं कांवड़ियों की दस्तक होते ही रजवाहा पटरी पर सेवा शिविर भी सज गए हैं।
कांवड़ यात्रा में दिखा कलश वाली कांवड़ लाने का क्रेज
मोदीपुरम: इस बार कांवड़ यात्रा में कलश कांवड़ लाने का प्रचलन बढ़ा है। कलश कांवड़ में जहां शिवभक्तों को कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है। वहीं, कलश कांवड़ लाने वाले शिवभक्त भगवान आशुतोष की भक्ति में इस कष्ट को भी कष्ट नहीं मानते हैं। उनका साफ कहना है कि उनकी कृपा ही शरीर से इतना बड़ा काम करा रही है। उधर, कलश कांवड़ से कारोबार में भी काफी अच्छा खासा इजाफा हुआ है।
हर वर्ष कांवड़ यात्रा राष्ट्रीय यात्रा का स्वरूप लेती जा रही है। खुफिया विभाग की माने तो अभी तक एक करोड़ के आसपास शिवभक्त इस यात्रा से गुजर चुके हैं। हर वर्ष शिवभक्तों की तादाद में इजाफा होता जा रहा है, लेकिन इस बार की यात्रा में कुछ खास देखने को मिल रहा है। दूरदराज से आने वाले शिवभक्त इस बार 100 लीटर 201 लीटर की कलश कांवड़ ला रहे हैं। यह कांवड़ लाने में शिवभक्तों को काफी कष्ट भी हो रहा है, लेकिन भगवान आशुतोष की भक्ति में शिवभक्त इस कदर मगन है कि वह इस कष्ट को आसानी से झेलते हुए अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं।
हरियाणा निवासी मनदीप हरिद्वार से 100 लीटर की कलश कांवड़ ला रहा है। उसे इसे लाने में कष्ट तो बहुत हो रहा है, लेकिन भगवान शिव के आशीर्वाद से उन्हें यह कष्ट उनकी कृपा लग रही है। दिल्ली के रहने वाले मनोज का कहना है कि वह 201 लीटर की कलश कांवड़ ला रहा है। पैरों में छाले और शरीर पर घाव होने के बाद भी वह अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा है। वह अपनी मन्नत पूरी होने के बाद कांवड़ लाने के लिए हरिद्वार गया था। उसने दो दिन पहले हरिद्वार से जल उठाया था। आज वह मेरठ आया है।
चिलचिलाती धूप भी नहीं रोक पाई भोलों की डगर
रोहटा: कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी पर हरिद्वार, यमुनोत्री, गंगोत्री व नीलकंठ आदि स्थानों से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर लौट रहे शिवभक्तों की अग्नि परीक्षा चल रही है। भीषण गर्मी और तपती दोपहरी के बावजूद मुंह में बोल बम और पैरों में छालों के साथ शिवभक्त लगातार गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। इस दौरान राजस्थान, दिल्ली व हरियाणा के शिवभक्त लगातार आगे की ओर बढ़ रहे हैं। हालांकि अब आसपास के जिलों के भोले के भक्त भी गंगाजल लेकर लौटने लगे हैं। तरह-तरह की झांकी, कलश आदि विहंगम दृश्य वाली कांवड़ लेकर शिवभक्त अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं।
भोले बाबा की कृपा से कांवड़ ला रहे कृष्ण और गोपाल
रोहटा: भोले की कृपा से संतान उत्पत्ति हुई तो पिता भाई के साथ पिछले दो वर्ष से कांवड़ ला रहे हैं। दिल्ली के हैदरपुर निवासी गोपाल और उनकी पत्नी मनीषा ने आठ वर्ष पूर्व हरिद्वार जाकर भोले बाबा से प्रार्थना की थी कि भोले बाबा उनकी झोली भर दे। कोई संतान नहीं होने के कारण में काफी परेशान थे, लेकिन भोले बाबा ने अपनी कृपा करते हुए एक बच्चे को जन्म दिया। जिसका नाम माता-पिता ने कृष्ण रख दिया कृष्ण के पिता गोपाल बता रहे हैं कि तभी से वह खुद और उनका भाई भोले शंकर की कृपा होने के बाद से लगातार 2 वर्ष से कांवड़ ला रहे हैं। इस बार उनका बेटा 2 वर्ष का कृष्ण भी उसके साथ है।
ट्रेनों में उमड़ी कांवड़ियों की भीड़
मेरठ: सोमवार की शाम सिटी स्टेशन बम भोले, जय भोले की, जय शंकर की आदि जयकारों से गूंज उठा। हरिद्वार व ऋषिकेश से पवित्र गंगा जल लाने के लिए हजारों कांवड़िएं विभिन्न ट्रेनों में सवार हुए। शिवरात्रि पर शंकर भगवान को अर्पित करने के लिए जिले के हजारों शिवभक्त हरिद्वार, ऋषिकेश, नीलकंठ से पवित्र गंगा जल लेने के लिए अनेक ट्रेनों सवार हुए। दिल्ली हरिद्वार कांवड़ स्पेशल, देहरादून एक्सप्रेस, उज्जैनी एक्सप्रेस और हरिद्वार जाने वाली सभी ट्रेनों में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ी। सिटी स्टेशन पर सैकड़ों कांवड़िये जय भोले की जय शंकर की, बोले बम-बम भोले के उद्घोष करते हुए नजर आए। दिल्ली से हरिद्वार के लिए संचालित की गई मीमो ट्रेन में तीन-तीन अतिरिक्त जनरल डिब्बे लगाए जाने के बावजूद उसमें यात्रियों की भीड़ देखी गई। इसके अलावा अन्य एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों यात्रियों की भीड़ उमडंÞी।