सुभाष शिरढोनकर |
‘केजीएफ‘ सिरीज से बॉलीवुड एक्टिंग में डेब्यू करने वाली श्रीनिधि शेट्टी ‘मिस इंडिया टॉप 3‘ में चुनी गईं। उसके बाद न्यूज पेपर में छपी उनकी तस्वीर को देखकर उन्हें ‘केजीएफ’ का आॅफर मिला था। ‘केजीएफ’ बॉक्स आॅफिस पर हिट साबित हुई लेकिन इस साल 14 अप्रैल को रिलीज ‘केजीएफ 2’ की रिकार्ड तोड़ कामयाबी ने श्रीनिधि शेट्टी की किस्मत का रूख ही बदल दिया है। श्रीनिधि की इस फिल्म ने पहले 6 दिनों में वर्ल्ड वाइड 600 करोड़ की शानदार कमाई करते हुए इतिहास रच दिया। प्रस्तुत हैं श्रीनिधि शेट्टी के साथ की गई बातचीत के मुख्य अंश:
आपके कैरियर की शुरुआत ‘केजीएफ’ के साथ हुई जो कन्नड़ फिल्म के रूप में शुरू होकर बाद में ‘पैन इंडिया फिल्म’ बन गई?
-मुझे लगता है कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए लैग्वेज कभी बैरियर नहीं हो सकती। जिस तरह से साउथ इंडियन फिल्म्स को सारे हिंदुस्तान में सपोर्ट मिल रहा है, उसे देखते हुए मुझे लगता है कि ‘पैन इंडिया फिल्म’ का चलन काफी बढ़ने वाला है।
‘केजीएफ’ की कामयाबी के बाद जब इसके दूसरे भाग पर काम शुरू हुआ, क्या आपको यकीन था कि यह पहले भाग से भी ज्यादा कामयाब साबित होगी?
-हम सभी ने इस पर बहुत मेहनत की थी, इसलिए सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि फिल्म से जुड़े हर शख्स को यकीन था कि लोगों को यह अवश्य पसंद आएगी लेकिन इसे इतना जबर्दस्त रिस्पांस मिलेगा, यह किसी ने नहीं सोचा था।
क्या ‘केजीएफ’ के हिट होने के बाद दूसरे भाग की कहानी में किसी तरह का बदलाव किया गया था?
-‘केजीएफ2’ की कहानी 8 साल पहले लिखी गई थी और उन्होंने फिल्म की कहानी और उसके मूड को जस का तस रखते हुए उसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया, बस स्केल को थोड़ा बड़ा कर दिया। हीरोइन के केरेक्टर के आर्क को भी चैंज नहीं किया।
क्या ‘केजीएफ2’ शुरू करते वक्त फिल्म के निर्देशक किसी तरह का दबाव फील कर रहे थे?
-चूंकि इसका पार्ट वन लोगों को खूब पसंद आया था, इसलिए जब पार्ट 2 शुरू हुआ, डायरेक्टर प्रशांत नील का यही कहना था कि हमें ओरिजनल स्टोरी से छिटकना नहीं है और कहानी के प्रति हर हाल में ईमानदार रहना है।
क्या ‘केजीएफ2’ की रिकार्ड तोड़ कामयाबी के बाद अब इसका तीसरा पार्ट भी बनेगा?
-जिस किसी ने ‘केजीएफ2’ देखी, उसे महसूस हुआ होगा कि इसकी राइटिंग टीम ने इसकी स्टोरी में ढेर सारे राज दबाकर रखे हैं और मुझे लगता है कि इसका तीसरा पार्ट आने के बाद ही फिल्म से जुड़े वे तमाम राज खुल सकेंगे। इसलिए मुझे यकीन है कि इसका पार्ट 3 अवश्य बनेगा। बस यह देखना दिलचस्प होगा कि इसे बनने में कितना वक्त लगता है?
‘केजीएफ’ फ्रेंचाइजी में काम करने का व्यक्तिगत रूप से आपको कितना फायदा हुआ?
-मुझे लगता है कि मैं इस फ्रेंचाइजी का सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा हूं, लेकिन इसने मुझे काफी कुछ दिया। इसके पहले मैं कुछ भी नहीं थी। मेरी कोई व्यक्तिगत पहचान भी नहीं थी लेकिन आज न केवल लोग मुझे पहचानने लगे हैं, बल्कि मुझे दूसरी फिल्में भी मिलने लगी हैं। ‘केजीएफ’ की सफलता के बाद मुझे पहली बार 2019 में चिया विक्रम सर के अपोजिट तेलुगु फिल्म ‘कोबरा’ मिली थी जो अब जाकर रिलीज हुई है।
व्यक्तिगत रूप से किस तरह की फिल्में करना पसंद है?
-मुझे स्लाइस आॅफ लाइफ से लार्जर दैन लाइफ तक सभी तरह की फिल्में पसंद हैं। मैं चाहती हूं कि मैं अलग अलग जेनर की फिल्में करूं। सुष्मिता सेन की ‘आर्या’ और आलिया भट्ट की ‘राजी’ मुझे काफी पसंद हैं। मैं उस तरह की फिल्में अवश्य करना चाहूंगी।