नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। मोहिनी एकादशी इस बार मई माह के पहले सप्ताह सोमवार यानि 1 तारीख को पड़ रही है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है।
सनातन धर्म में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष को पड़ने वाली एकादशी का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया था। इसलिए इसे मोहिनी एकादशी कहा जाता है। तो आइये जानते है मोहिनी एकादशी की पूजा विधि…
मोहिनी एकादशी महूर्त
मोहिनी एकादशी शुरू: 30 अप्रैल 2023 को रात 08:28 बजे
मोहिनी एकादशी समाप्त: 01 मई 2023 रात 10:09 बजे
मोहिनी एकादशी व्रत का महत्व
हिन्दू धर्म में मोहिनी एकादशी का व्रत सबसे उत्तम माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि एकादशी के दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर असुरों का वध किया था। इसलिए इसका नाम मोहिनी एकादशी पड़ गया। शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है। इतना ही नहीं एकादशी का व्रत करने से घर परिवार में सुख शांति बनी रहती है और व्यक्ति को धन बुद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
मोहिनी एकादशी पूजा विधि
एकादशी तिथि के दिन व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि के बाद सूर्य नारायण को जल अर्पित करें। सूर्य भगवान को जल अर्पित करने के बाद हाथ में थोड़ा जल लेकर एकादशी का व्रत रखने के संकल्प लें।
इसके बाद घर में लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद उन्हें पीला फूल, चंदन, पीले वस्त्र आदि अर्पित करें। इसके बाद मोहिनी एकादशी व्रत की कथा पढ़ें। इसके बाद अगले दिन शुभ मुहूर्त में अपना व्रत का पारण कर लें।
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