जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज रविवार को B-20 शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि G-20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना है और अगर ग्लोबल साउथ की महत्वपूर्ण चिंताओं को संबोधित नहीं किया गया तो यह आगे नहीं बढ़ सकता।
#WATCH | External Affairs minister Dr. S Jaishankar at the B20 summit in Delhi says, "…Today's India is the one where the world simultaneously witnesses experimentation, scaling up, deployment, innovation, & breakthroughs. I stress these developments not only because they solve… pic.twitter.com/gyeALjI9M6
— ANI (@ANI) August 27, 2023
एस. जयशंकर ने आगे कहा कि विभिन्न कारणों से जिनमें पैमाने, सब्सिडी, प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन और रणनीतिक विकल्प शामिल हैं ग्लोबल साउथ उत्पादक के बजाय उपभोक्ता बनकर रह गया।
G-20 की अध्यक्षता पर विदेश मंत्री बोले…
उन्होंने आगे G-20 की अध्यक्षता को लेकर जब भारत ने पिछले दिसंबर में G-20 की अध्यक्षता संभाली थी तब हम पूरी तरह से सचेत थे कि जब हम मिलेंगे तो अधिकांश वैश्विक दक्षिण एक साथ एक मेज पर नहीं मिलेंगे, यह बहुत मायने रखता था इसलिए प्रधानमंत्री ने जनवरी में वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन बुलाने का फैसला किया। इस वर्ष और हमने उनकी चुनौतियों और प्राथमिकताओं के बारे में सुना और इन्हें G-20 एजेंडा का केंद्र बनाया गया है।
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar at the B20 summit in Delhi says, "The core mandate of the G20 is to promote economic growth & development and that cannot advance if the crucial concerns of the global south are not addressed…For a variety of reasons that range from scale, subsidy,… pic.twitter.com/Wpa1dGYDb6
— ANI (@ANI) August 27, 2023