- हत्याकांड में नामजद दो आरोपी विवेचना में पाए थे फर्जी
- साइंटिफिक जांच में तीसरा आरोपी गिरफ्तार किया, सजा
जनवाणी संवाददाता |
कैराना: करीब दो वर्ष पूर्व हत्या के एक मुकदमे में विवेचना कर असली दोषी को जेल भेजने एवं अल्प समय में आरोपी को आजीवन कारावास की सजा होने पर विवेचक रहें कोतवाल प्रेमवीर राणा को गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा कैराना कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा को प्रदत बेस्ट इन्वेस्टिगेशन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि वह वर्ष 2018 में जनपद बिजनौर के थाना अफजलगढ़ में तैनात थे। उस दौरान एक युवक की हत्या का मुकदमा थाने पर पंजीकृत हुआ था।
जिसमें वादी द्वारा तीन व्यक्ति नामजद किए गए थे। विवेचना निष्पक्ष व साइंटिफिक तरीके से जांच करके नामजद अभियुक्तों को जेल नहीं भेजा था, बल्कि सही दिशा में विवेचना कर एक अन्य अभियुक्त को जेल भेजा था। उस समय वादी पक्ष विवेचना से असंतुष्ट था।
बताया गया कि जैसे ही हत्याकांड का खुलासा हुआ तो वादी पक्ष संतुष्ट हो गया था। जल्द ही मुकदमे में चार्जशीट दाखिल कर मात्र 7 महीने में मुलजिम को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी थी। 15 अगस्त 2019 गृह मंत्रालय द्वारा विवेचना को चिन्हित कर उपरोक्त पुरुस्कार देने की घोषणा की थी। जो अब उत्तर प्रदेश शासन के माध्यम से जनपद शामली को प्राप्त हुआ। दो दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव द्वारा कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा को शासन की ओर से भेजे गए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।