- स्वास्थ्य सेवा न मिलने से कस्बावासियों को होने लगी परेशानी
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: अंग्रेजी हुकूमत ने लावड़ कस्बे को टाउन घोषित किया गया था। लगभग 110 वर्ष पूर्व इस कस्बे को टाउन तो घोषित कर दिया गया था, लेकिन आज भी यह कस्बा अपने विकास से कोसों दूर दिखाई देता है। इस कस्बे में आज भी विकास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं है।
अगर हम बात करें कस्बे में स्वास्थ्य सेवा की तो यहां सिर्फ महज एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है। जहां मरीजों को रोजमर्रा के इलाज की ही दवाइयां दी जा रही है। इस कस्बे में इमरजेंसी के तौर पर कुछ भी सुविधा नहीं है। इसके लिए कस्बे के लोगों को 25 किलोमीटर दूर महानगर में जाना पड़ता है।
कस्बे के मुख्य मार्ग पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुला हुआ है। स्वास्थ्य केंद्र में इस समय दो चिकित्सकों और नौ कर्मचारियों का स्टाफ है। इस प्राथमिक केंद्र में प्रतिदिन 50 से 100 मरीज नजला, खांसी, एलर्जी के देखे जाते हैं। इसके अलावा डेंगू मलेरिया टीबी और एचआईवी के मरीजों की जांच की जाती है, लेकिन इमरजेंसी में मरीज को कोई भी सुविधा यहां उपलब्ध नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंबुलेंस की कोई सुविधा नहीं है।
अल्ट्रासाउंड की मशीन नहीं है। जच्चा बच्चा केंद्र भी स्थापित नहीं है। इसके लिए भी महिलाओं को दौराला सात किलोमीटर की दूरी करके जाना पड़ता है। एक्सरे की भी मशीन नहीं है। प्राथमिक केंद्र के चिकित्सकों का कहना है कि कई बार शासन में यहां अपनी समस्याएं अवगत करा चुके हैं, लेकिन समस्या का निराकरण न होना परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
डीएम से लगाएंगे गुहार
कस्बावासी चेयरपर्सन के पति हाजी शकील का कहना है कि वह जल्दी ही पूरे मामले को लेकर डीएम दीपक मीणा से मिलेंगे और यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की गुहार लगाएंगे।
विकास के नाम पर धोखा
समाज सेवी मोहन सैनी का कहना है कि कस्बे में विकास के नाम पर लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है। सरकार के नुमाइंदों से मिलकर कस्बे में स्वास्थ्य की सेवा बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाएं चाहिए बेहतर
डा. इकबाल मलिक का कहना है कि प्राइवेट अस्पतालों में तो सुविधाएं हैं, लेकिन सरकारी अस्पतालों में सुविधा नहीं है। कस्बे के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री से भी रखेंगे मांग
गौरव गुप्ता का कहना है कि कस्बे में बेहतर सुविधा के लिए वह केंद्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान से मिलकर समस्या रखेंगे और समस्या का समाधान कराने की मांग करेंगे।