- दम तोड़ रही स्वास्थ्य-शिक्षा, सामुदायिक शौचालय का बुरा हाल
- स्वास्थ्य उपकेंद्र भी खंडहर में तब्दील, विद्यालय के आगे आज तक नहीं बनी सड़क
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: इस्लामाबाद ईदगाह रोड बस्ती में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ रही हैं। यहां स्थित प्राथमिक विद्यालय से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। उपकेंद्र खंडहर में तब्दील हो गया है तो सामुदायिक शौचालय पूरी तरह से जर्जर हालत में पहुंच चुका है।
यहां तक की प्राथमिक विद्यालय के बाहर आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। जिसके चलते तालाब ओवर फ्लो होने पर विद्यालय का रास्ता डूब जाता है। क्षेत्रीय लोग लगातार आवाज उठाते हैं। मगर सरकारी मदद यहां तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ रही है। जिसके चलते इन सरकारी सुविधाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
इस्मालाबाद कहने को सरधना की आबादी से मिला हुआ है। मगर फिर भी यह इलाका ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है। यहां ईदगाह रोड पर प्राथमिक विद्यालय के अलावा स्वाथ्य उपकेंद्र और सामुदायिक शौचालय बना हुआ है। मगर यह सब सरकारी भवन उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। यहां तक जाने के लिए दशकों से कोई सड़क नहीं बन पाई है। कच्चे रास्ते के बराबर में तालाब है। जो कभी भी ओवर फ्लो हो जाता है। जिससे यहां आने वाला रास्ता डूब जाता है। फिर भी जान पर खेलकर शिक्षक और बच्चें विद्यालय पहुंचते हैं।
विद्यालय की बिल्डिंग की हालत ठीक नहीं है। उसके बराबर में बना स्वास्थ्य उपकेंद्र भी खंडहर में तब्दील हो चुका है। खिड़की दरवाजे चोर उखाड़कर ले गए हैं। इससे भी बुरी हालत में सामुदायिक शौचालय है। दो शौचालयों पर लगे ताले सालों से नहीं खुले हैं। जिन पर जंग लग चुका है। अन्य के दरवाजे टूट चुके हैं। शौचालय क्षतिग्रस्त हालत में पहुंच चुके हैं। कुल मिलाकर सरकारी सुविधा यहां पहुंचने से पहले ही दम तोड़ रही हैं। जिसके चलते यहां के लोगों को बुनियादी सुविधा नहीं मिल पा रही है। क्षेत्रीय लोग लगातार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत करते आ रहे हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
रास्ता बन जाए तो मिले राहत
क्षेत्र के लोग कहते हैं कि कम से कम कच्चा पड़ा रास्ता बनना तो चाहिए। क्योंकि तालाब का पानी ऊपर आने के कारण यह रास्ता डूब जाता है। जिसके चलते यहां विद्यालय आने वाले बच्चोें के डूबने का खतरा बना रहता है। कई बार शिकायत कर चुके हैं। मगर कोई सुनने वाला नहीं है।
स्वास्थ्य उपकेंद्र का बुरा हाल
विद्यालय के बराबर में बना स्वास्थ्य उपकेंद्र भी बुरी हालत में है। भवन में कई कमरे, शौचलय व अन्य सुविधा हैं। वर्तमान में बिल्डिंग खंडहर हो रही है। खिड़की दरवाजे चोर उखाड़ कर ले गए हैं। यह भवन नशेड़ियों का अड्डा बना हुआ है।
शौचालय की हालत खराब
कुछ साल पहले यहां शौचालय का निर्माण कराया गया था। मगर निर्माण के बाद से आज तक इसकी किसी ने सुध नहीं मिली। निर्माण के बाद लगे ताले आज तक नहीं खुले हैं। दरवाजों और तालों पर जंग लग चुका है। बाकी दरवाजे स शीट असामाजिक तत्वों ने तोड़ दी है। मतलब यह शौचालय किसी काम का नहीं है।
हैंडपंप तो ठीक करा ही दो
क्योंकि यहां विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेंद्र और शौचालय बना हुआ है। लोगों की सुविधा के लिए हैंडपंप भी लगा हुआ था। मगर यह हैंडपंप भी बाकी भवन की तरह ठप पड़ा है। बस ऊपर की मशीन चोरी होना बाकी रह गया है।