- शराब की दुकान से प्राप्त होने वाले राजस्व को प्रतिदिन सरकार को जमा किया जाता है
- शराब व्यापारी बोले, कोविड कर्फ्यू के चलते रहा-सहा काम भी समाप्त होता जा रहा है
- शराब की दुकानों को पूरी तरह बंद कराते हुए बंदी के दौरान के राजस्व को माफ किया जाए
जनवाणी संवाददता |
हरिद्वार: विदेशी व देशी शराब के व्यवसायियों ने साप्ताहिक कर्फ्यू व रात्रि कर्फ्यू के दौरान दुकानों को बंद कराए जाने को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। डीएम ने दुकानदारों को आश्वासन दिया कि इसमें सरकार कुछ राहत देगी। इससे पहले शराब व्यवसायी मुख्यमंत्री को भी अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं।
रोशनाबाद स्थित कलेक्ट्रेट में जनपद के सभी विदेशी व देशी शराब के व्यापारी पहुंचे और जिलाधिकारी सी रविशंकर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन देते हुए व्यापारियों ने बताया कि कोविड के बढ़ते संक्रमण को लेकर कोविड कर्फ्यू, रात का कर्फ्यू जारी किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि 30 जनवरी 2021 को जारी आबकारी नीति के तहत शराब की दुकानों को सुबह दस बजे से रात 11 बजे तक खोला जा सकता है। शराब व्यापारियों का कहना है कि शराब की दुकान से प्राप्त होने वाले राजस्व को प्रतिदिन सरकार को जमा किया जाता है।
ऐसे में ठेके न खुलने से उन्हें परेशानी हो रही है। जिसके चलते वह राजस्व जमा नहीं करा पा रहे हैं। जिले की सभी दुकानों से एक करोड़ रुपये प्रतिदिन का राजस्व आबकारी विभाग में जमा किया जाता है। यदि एक करोड़ रुपये का नुकसान शराब व्यापारियों को बर्दाश्त करना पड़ता है तो वह मानसिक व आर्थिक तनाव में आ जाएंगे।
जिसके चलते उन्हें परेशानी का सामना भी करना पड़ेगा। उनका कहना है कि पयर्टकों की आवाजाही कम होने के कारण दुकानों पर बिक्री भी गिर रही है। ऐसे में अब कोविड कर्फ्यू के चलते रहा-सहा काम भी समाप्त होता जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि शराब की दुकानों को पूरी तरह बंद कराते हुए बंदी के दौरान के राजस्व को माफ किया जाए।
जिस पर डीएम सी रविशंकर ने आश्वासन दिया कि सरकार उन्हें इसमें कोई न कोई छूट देगी। इस दौरान जुगेंद्र सिंह, सागर बडकोली, मोहित पजवान, विजय चौधरी, संजय चौधरी, प्रवीण चौधरी, योगेंद्र कुमार, मनोज तोमर, अशोक चौधरी, मोहन कुमार मौजूद रहे।