- दो ट्रेनों को वाया मेरठ से किया संचालित
- 230 यात्रियों ने रिजर्वेशन निरस्त कराकर रिफंड लिया
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: देवबंद व रुड़की के बीच रेलवे ट्रैक पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के किए जाने से मुरादाबाद-बरेली से होकर जाने वाली लोकमान्य तिलक स्टेशन से हरिद्वार जाने वाली 12171 लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को शुक्रवार को यहां सिटी स्टेशन पर रद्द कर दिया गया। इस ट्रेन के 970 यात्री रोडवेज, प्राइवेट की बसों और टैक्सियों से हरिद्वार के लिए रवाना हुए। रेलवे के वाणिज्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बसों की व्यवस्था करने और उन्हें गंतव्य तक भेजने में घंटों जुटे रहे। 230 यात्रियों ने सिटी स्टेशन पर रिजर्वेशन टिकट निरस्त कराकर रेलवे से रिफंड लिया। इसके लिए सिटी स्टेशन पर अलग से काउंटर की व्यवस्था की गई।
देवबंद और रुड़की के बीच रेलवे ट्रैक पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जा रहा है। जिस कारण विभिन्न तिथियों में 10 ट्रेनों को निरस्त करने और मुरादाबाद व बरेली होने जाने वाली 18 ट्रेनों को वाया मेरठ संचालित किया जा रहा है। शुक्रवार को लोकमान्य तिलक रेलवे स्टेशन से हरिद्वार जाने वाली 12171 लोकमान्य तिलक एसी एक्सप्रेस को मेरठ के सिटी स्टेशन पर निरस्त कर दिया गया। इसमें सवार यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे के वाणिज्य विभाग द्वारा मेरठ डिपो से रोडवेज की बसों को मंगवाया गया।
कुछ यात्रियों के लिए दिल्ली के टिकट बुकिंग एजेंटों ने सिटी स्टेशन पर प्राइवेट एसी बसों की व्यवस्था कर दी। मेरठ डिपो से चार एसी बसों और छह नान एसी बसों से यात्रियों को भेजा गया। छह प्राइवेट एसी बसों, चार मिनी बसों और करीब 10 टैक्सियों से यात्री अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। 230 यात्रियों ने सिटी स्टेशन पर आगे की यात्रा के टिकट निरस्त कराकर रिफंड ले लिया। इसके अलावा लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली 15011 चंडीगढ़ एक्सप्रेस और अमृतसर से कोलकता से जाने वाली 12358 दुर्गानानी एक्सप्रेस को वाया मेरठ संचालित किया गया।
एसी बसों के लिए परेशान रहे यात्री
आज सिटी स्टेशन पर जिस 12171 लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को निरस्त किया गया वह वातानुकूलित थी। उससे उतरकर यात्री एसी बसों को तलाशते नजर आए। रोडवेज ने मात्र चार एसी बसों की व्यवस्था की। इसके अलावा नॉन एसी बसों की व्यवस्था की गई। अधिकांश यात्री उन बसों में सवार होने से कतराते रहे। बड़ी संख्या में यात्रियों ने प्राइवेट एसी बसों को अपनी पहली पसंद बनाया और उनमें सवार हो गए। करीब 10 टैक्सियों में भी सवार होकर यात्री यहां से रवाना हुए। अन्य यात्री छह रोडवेज की नॉन एसी बसों में सवार हुए।