Monday, January 20, 2025
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वेस्ट यूपी की गुर्जर बेल्ट में खिला ‘कमल’

  • भाजपा से जाट छिटका तो पार्टी को गुर्जरों ने दिए बंपर वोट
  • बाकी सभी सीटों पर अपने सजातीय उम्मीदवारों को नकारते हुए गुर्जरों की भाजपा के पक्ष में रही लामबंदी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: पश्चिमी यूपी की गुर्जर बेल्ट ने इस बार जमकर कमल खिलाया। केवल मेरठ की एक मात्र सधरना सीट ही ऐसी रही जहां पर इस बिरादरी का वोट सपा-रालोद प्रत्याशी के पक्ष में गया। जबकि बाकी सभी सीटों पर अपने सजातीय उम्मीदवारों को नकारते हुए गुर्जरों की भाजपा के पक्ष में लामबंदी रही। मेरठ-सहारनपुर मंडल में इस बार कुल सात गुर्जर बिरादरी के विधायक बने हैं, जिनमें भाजपा से पांच और एक-एक सपा और रालोद के सिंबल पर चुनाव जीता है।

अगर यह कहा जाए कि इस बार भाजपा से छिटके जाट मतदाता की भरपाई गुर्जर बिरादरी ने कमल के लिए की है, तो गलत नहीं होगा। गुरुवार को मतगणना के बाद आए रुझानों ने साफ कर दिया है कि गुर्जर मतदाता ने दूसरे दलों के अपने सजातीय प्रत्याशियों को छोड़कर पूरी तरह भाजपा की ओर रुख किया है। मेरठ जिले की सात सीटों में से एक मात्र सरधना की सीट ऐसी रही, जहां पर गुर्जर बिरादरी के गांवों में साइकिल को अच्छी संख्या में वोट मिला। जबकि बाकी सभी छह सीटों पर गुर्जरों ने जमकर कमल खिलाया। किठौर सीट पर भी बसपा के सजातीय प्रत्याशी के मुकाबले भाजपा के पक्ष में रहा।

मतदाताओं में भाजपा के पक्ष में ही रहा माहौल

बागपत जिले की सीटों पर भी इस बिरादरी के मतदातों में भाजपा के पक्ष में ही माहौल रहा है। बागतप विधानसभा सीट ऐसी है, जहां गुर्जर वोटरों की बड़ी संख्या है, मगर बसपा के सजातीय प्रत्याशी को दरकिनार कर गुर्जरों का पूरा झुकाव बीजेपी के पक्ष में रहा।

सहारनपुर से नोएडा तक गुर्जर वोटरों की पहली पसंद भाजपा रही है। हाल यह रहा कि मुजफ्फरनगर जिले की खतौली सीट पर बिरादरी के कद्दावर करतार भड़ाना और गौतमबुद्धनगर की जेवर सीट पर अवतार भड़ाना को गुर्जर बिरादरी ने चुनाव में पूरी तरह नकार दिया। मीरापुर सीट पर रालोद के चंदन चौहान चुनाव जीते हैं, मगर गुर्जरों मतदाताओं में भाजपा प्रत्याशी प्रशांत चौधरी की उनकी के मुकाबले स्वीकार्यता रही।

अन्य विधानसभाओं में भी कमल की रही बहार

सहानरपुर, शामली, हापुड़ और गाजियाबाद जिले की गुर्जर बाहुल्य सीटों के साथ ही अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी कमल की बहार रही। शामली और कैराना सीट पर भले ही भाजपा प्रत्याशी गठबंधन के उम्मीदवारों से हार गए हैं, मगर यहां की गुर्जर बेल्ट में उनको मजबूती रही है। हालांकि कैराना में मृगांका सिंह इस बार भी हार गई हैं।

सहारनपुर की गंगोह और नकुड़ सीट पर भाजपा के दोनों गुर्जर बिरादरी के ही विधायक बने हैं। देवबंद और रामपुर मनिहारन में गुर्जर गांवों में एकतरफा भाजपा के पक्ष में वोट निकले हैं। हापुड़ की गढ़मुक्तेश्वर और गाजियाबाद की लोनी सीट पर भी गुर्जरों में पहली पसंद भाजपा ही रही। इतना ही नहीं नोएडा में तीनों सीट पर भाजपा के कमल को खिलाने में गुर्जर वोटरों का अहम् योगदान रहा है।

ये बने गुर्जर विधायक

सीट                            प्रत्याशी                            पार्टी
गंगोह                           कीरत सिंह                        भाजपा
नकुड़                           मुकेश चौधरी                      भाजपा
मीरापुर                         चंदन चौहान                       रालोद
सरधना                         अतुल प्रधान                        सपा
मेरठ दक्षिण                    सोमेंद्र तोमर                       भाजपा
लोनी                            नंदकिशोर गुर्जर                   भाजपा
दादरी                           तेजपाल नागर                     भाजपा

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