- कई गोवंशों की मौत, मेरठ की लिए मांगी गई 90 हजार वैक्सीन के सापेक्ष मिली मात्र 17 हजार
- पशु चिकित्सालयों में वैक्सीन भेजकर टीकाकरण अभियान शुरू कराया
- बीमार गोवंश की संख्या में लगातार इजाफा, आंकड़ा 514 तक पहुंचा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लंपी स्किन रोग लगातार बढ़ता जा रहा है, विभागीय आंकड़ों के अनुसार बीमार पशुओं की संख्या बढ़कर 514 तक पहुंच गई है, हालांकि इस दौरान पशु पालन विभाग ने केवल एक मौत होने की बात स्वीकार की है, लेकिन मवाना और मेरठ कैंट क्षेत्र में कई गोवंश की मौत होने की बात सामने आई है।
पशु पालन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में सैकड़ों गोवंश के लंपी स्किन रोग से ग्रस्त होन की बात कही गई है। जिसके संक्रामक होने की जानकारी देते हुए इससे बचाव के लिए 90 हजार टीकों की मांग मेरठ जनपद के लिए की गई है। इसके सापेक्ष इस बीच मेरठ में 17 हजार वैक्सीन भेजी गई है।
हालांकि इनके चरणबद्ध तरीके से पहुंचने की उम्मीद भी विभागीय अधिकारियों ने जताई है। वहीं मेरठ पहुंची वैक्सीन की खेप को जिले भर में भेजने का सिलसिला शुरू किया गया है। पहले दिन 100 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया। इस बीच रविवार को 59 नए केस सामने आने के साथ ही 188 गांवों में बीमार गोवंश की संख्या 514 हो गई है।
हालांकि अब तक 128 गोवंश के ठीक होने की जानकारी उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. एसपी पांडेय ने दी है। जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने मवाना के बहसूमा नगर के मोहल्ला टंकी वाला स्थित गोशाला का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने लंपी वायरस के चलते गायों का ध्यान रखने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि अगर लंपी वायरस के लक्षण गौवंश में दिखे तो तुरंत पशु चिकित्सा अधिकारी या उनसे संपर्क करें। उन्होंने गोशाला में बंधे पशुओं को हरा चारा एवं उनके आसपास होने वाली गंदगी को साफ सफाई रखने के निर्देश दिए और कहा कि पशुओं के आसपास गंदगी न हो और उन्हें समय-समय पर स्नान कराएं ताकि आने वाली बीमारियों से बचा जा सके।
गौरव चौधरी ने कर्मचारी प्रदीप से कहा कि रोज की भांति हरा चारा दिया जाए, साथ ही पशुओं के आसपास गंदगी न हो। उन्हें समय पर चारा खिलाएं और समय पर स्नान कराएं। उनकी खोर को भी साफ रखें। यदि इस मामले में कोई शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर शैलू चौधरी, सुनील कुमार, प्रवीण चौधरी, लीलू आदि शामिल रहे।
लंपी वायरस से दहशत, आज से शुरू होगा टीकाकरण
सरधना: लंपी वायरस से पशु पालकों में दहशत बनी हुई है। सरधना क्षेत्र के दर्जनभर गांवों में अब तक लंपी वायरस के केस सामने आ चुके हैं। इस बीच राहत भरी खबर यह है कि सोमवार से क्षेत्र में लंपी से बचाव के लिए टीकाकरण शुरू हो जाएगा। मगर वायरस प्रभावित क्षेत्रों को टीकाकरण अभियान से अभी दूर ही रखा जाएगा। फिलहाल पशु पालन विभाग भी ग्रामीणों को वायरस से गोवंश को बचाव और लक्षण दोनों के प्रति जागरुक कर रहे हैं।
सरधना क्षेत्र में अब तक महादेव, चांदना, जुल्हैड़ा, अलीपुर, सरधना नगर, पिठलोकर, कालंद, बपारसी, छुर आदि गांवों में लंपी वायरस के केस सामने आ चुके हैं। बढ़ते केस पशु चिकित्सा विभाग और पशु पालक दोनों की चिंता बढ़ा रहे हैं। विभाग द्वारा पशु पालकों को जागरुक करने का काम किया जा रहा है। उन्हें वायरस के लक्षण व बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं।
इस बीच अच्छी खबर यह है कि सोमवार से क्षेत्र में लंपी वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण शुरू हो जाएगा। मगर वायरस प्रभावी क्षेत्रों को टीकाकरण अभियान से दूर रखा जाएगा। वायरस प्रभावी इलाकों से 500 मीटर के दायरे में टीकाकरण नहीं होगा। केस ठीक होने के कम से कम 15 बाद प्रभावी इलाकों में टीकाकरण किया जाएगा। फिलहाल पशु चिकित्सा विभाग टीकाकरण की तैयारी में है।
इसलिए पशु पालक जागरुकता दिखाते हुए अपने पशुओं को वायर से बचाने के लिए टीकाकरण जराने के लिए पशु चिकित्सा विभाग से संपर्क कर सकते हैं। इस संबध में पशु चिकित्साधिकारी डा. केपी सिंह का कहना है कि सोमवार से क्षेत्र में लंपी वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा।
वायरस के लक्षण व बचाव
पशु चिकित्सक बताते हैं कि गोवंश के शरीर पर गांठे पड़ना, पैरों में सूजन व तेज बुखार आना लंपी वायरस के लक्षण हैं। ऐसा होने पर तत्काल पुश चिकित्सक से संपर्क करें। साथ ही उनके बचाव के लिए ध्यान रखें कि पशुओं के आसपास साफ सफाई होनी चाहिए। नियमित रूप से नीम के पत्तों या फिटकरी से नहलाने का काम करें। साथ ही पशुओं में नीम व गंधक का धुंआ करें। ताकि पशुओं को वायरस से बचाया जा सके।