नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। हिंदू धर्म में त्योहारो का सीजन शुरू हो गया है और भारत में कोई भी त्योहार मीठे के बिना अधूरा माना जाता है। त्योहारो के दिन हर घर में अलग अलग पकवान बनाए जाते हैं। जैसे रसगुल्ला, रसमलाई, चम-चम, गुझिया, संदेश आदि। ऐसे में हम आपको पांच पारंपरिक मिठाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन्हें आप दिवाली से लेकर भाई दूज तक किसी भी अवसर पर बना सकते है
खोया की गुझिया
वैसे तो गुझिया होली के मौके पर बनाने की परंपरा है लेकिन कई जगहों पर दिवाली पर भी गुझिया बनाई और खाई जाती है। ये खोया, मेवे, चीनी और मैदा से बनने वाली स्वादिष्ठ मिठाई है। इसमें मैदे की पूड़ी के अंदर खोया से बनाया हुआ मिश्रण भरा जाता है और फिर तेल में डीप फ्राई किया जाता है। ये खाने में बेहद लजीज लगती है।
अनरसे
अनरसे एक पारंपरिक मिठाई है, ये महाराष्ट्रीयन पकवान है। इसको बनाने की शुरुआत तीन दिन पहले से कर दी जाती है। ये चावल, चीनी और खसखस की बनी मिठाई होती है जो कि खाने में एक तरफ से मुलायम और एक तरफ से थोड़ी कुरकुरी होती है और अनरसे की यही बात इसे लाजबाब बनाता है।
लड्डू
दिवाली में भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस मौके पर उन्हे लड्डू का भोग लगाया जाता है। गणेश जी को मोतीचूर के लड्डू का भोग अर्पित करते हैं, जिसे घर पर बनाना आसान है। इसके लिए बेसन, चीनी की जरूरत होती है। बेसन से बूंदी बनाकर चाशनी में मैश करते हुए मोतीचूर के लड्डू बनाए जा सकते हैं।
कलाकंद
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के मौके पर सफेद रंग की दूध की मिठाई का भोग अर्पित होता है। ऐसे में कलाकंद आसानी से घर पर बनाया जा सकता है। ये उत्तर भारत की लोकप्रिय मिठाई है, जिसे बनाने के लिए दूध, खोया या पनीर की जरूत होती है।
मैसूर पाक
मैसूर पाक खाने में बहुत टेस्टी होती है। ये बेसन चीनी, घी, मेवे से बनी होती है। मैसूर पाक को घर पर बनाना आसान है। भाई दूज के मौके पर टीका करके भाई का मुंह मैसूर पाक से मीठा किया जा सकता है।