जनवाणी ब्यूरो |
गोरखपुर/लखनऊ: गोरखपुर में मनीष गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपी तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह भले ही सलाखों के पीछे अपनी सजा भुगत रहे हों। लेकिन सरकार उनके ऊपर अभी रहम नहीं करने वाली है। राजधानी लखनऊ स्थित जगत नारायण सिंह का चिनहट सतरिख रोड पर देवराजी बिहार में बना तीन मंजिला मकान ढहाया जा रहा है। एलडीए से बिना नक्शा पास कराए जगत नारायण सिंह ने यह मकान बनवाया था।
900 स्क्वायर फीट में बने तीन मंजिला आलीशान मकान पर एलडीए का बुलडोजर चल रहा है। व्यापारी की हत्या के मामले में छह पुलिसकर्मी फिलहाल जेल में सजा काट रहे हैं। मनीष गुप्ता हत्याकांड के बाद सरकार की काफी किरकिरी हुई थी और इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कर रही है और पीड़ित मनीष गुप्ता की पत्नी को मुआवजे के साथ सीएम योगी ने केडीए में नौकरी भी दी थी।
गौरतलब है कि अपने दोस्तों के साथ कानपुर के बर्रा निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी मनीष गुप्ता गोरखपुर घूमने गए थे। मनीष गुप्ता रामगढ़ ताल इलाके के एक होटल में ठहरे थे। 27 सितंबर 2021 की रात पुलिस कर्मियों ने होटल में छापा मारा वहां किसी बात को लेकर उनका प्रॉपर्टी डीलर से विवाद हुआ।
जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। पुलिस वालों की पिटाई से गंभीर रूप से घायल मनीष गुप्ता फर्श पर पड़े रहे। उसके बाद उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उसके बाद से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे। फिर योगी सरकार बनने के बाद बिना भेदभाव के इस तरह के दोषियों पर हर तरह से शिकंजा कसना शुरू हो गया है।