- कान्हा के सुंदर वस्त्र और आभूषणों है खास
- भगवान कृष्ण के लिए मिल रहे मच्छरदानी और कूलर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी की खासा धूम देखने को मिल रही है। बाजारों में कन्हैया को सजाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है और कान्हा के वस्त्र व आभूषणों की जमकर खरीदारी की जा रही है। कान्हा की निराली बासुरी, परिधान, पगड़ी, मुकुट, सुदंर-सुदंर झूले और रंग-बिरंगी मटकी तो देखते ही बन रही है।
वहीं कान्हा को गर्मी न लगे उसके लिए कूलर और पंखों को भी बाजार में उतारा गया हैं, जोकि बैटरी से चलता है। कूलर और पंखा एक बार चार्ज होने पर दो से तीन घंटे तक चल सकता है। साथ ही साथ बाजार में मेटल का फैंसी पंखा भी मौजूद है।
बुढ़ाना गेट स्थित कान्हा सामान विक्रेता पुलकित बताते है कि बाजारों में कन्हैया की पोशाक, मुकुट, पगड़ी आदि नए लुक में आई हैं, जो कि लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने का काम कर रही है।
वृंदावन की पगड़ी और राजकोट का है झूला
कन्हैया के जन्मोत्सव को लेकर चारों ओर धूम है। जन्मोत्सव को लेकर कन्हैया के समान की लोग जमकर खरीदारी करते हैं, जिसके चलते बाजार में चहल-पहल नजर आ रही है। इसबार वृंदावन की पगड़ी और राजकोट का विशेष झूला बाजार में मिल रहा है। वहीं मोतियों की माला भी लोगों को लुभाने का काम कर रही है।
सामान की कीमत
झूला लकड़ी 200 से 1500
झूला पीतल 400 से 6000
पंखा 150
कूलर 250
खिलौना सेट 350
दीवान और पलंग 200 से 500
परिधान 20 से 4000
मुकुट 20 से 800
पगड़ी 20 से 500
कामधेनू गाय 400 से 800