जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस में मेरठ कालेज के छात्र संघ अध्यक्ष किए गए जानलेवा हमले के विरोध में गठवाला खाप के चौधरी बाबा राजेंद्र मलिक पीड़ित छात्र के समर्थन में उतर आए हैं। एक ओर जहां उन्होंने विश्वविद्यालय पहुंचकर कुलपति से हमलावर छात्रों को ब्लैक लिस्ट किए जाने की मांग की, वहीं पुलिस से हमलावरों को गैंगस्टर और गुंडा एक्ट में निरुद्ध किए जाने की मांग की। इस दौरान सैकड़ों छात्रों ने कुलपति कार्यालय के बाहर लगभग ढाई घंटे तक हंगाम प्रदर्शन करते हुए छात्रावास के वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दिया।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप छात्रावास में गत नौ मई की रात में मेरठ कालेज के छात्र संघ अध्यक्ष शुभम मलिक पर सरियों से जानलेवा हमला किया गया था। शुभम मलिक ने मेडिकल थाने पर सिद्धार्थ कसाना के अलावा उसके साथियों आदित्य यादव, विनय उर्फ सुच्चा तथा देव राणा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि विनय अभी फरार है।
छात्र संघ अध्यक्ष शुभम मलिक ने बृहस्पतिवार को उस समय तूल पकड़ लिया, जब गठवाला खाप के चौधरी बाबा राजेंद्र मलिक शुभम मलिक के परिजनों के साथ एक दर्जन गाड़ियों के काफिले के साथ विश्वविद्यालय कैंपस में दोपहर 12.30 बजे पहुंचें। भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय संरक्षक बाबा राजेंद्र मलिक के विश्वविद्यालय पहुंचने का पता चलते ही कुलपति कार्यालय के बाहर सैकड़ों छात्र जमा हो गए।
छात्रों ने विश्वविद्यालय पर निष्क्रियता के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा प्रदर्शन किया। इसके बाद गठवाला खाप चौधरी बाबा राजेंद्र मलिक तथा शुभम मलिक के पिता रामबीर और अन्य के साथ वीसी डा. संगीता शुक्ला से मिले। उन्होने विश्वविद्यालय और क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने वाले हमलावर छात्रों को ब्लैक लिस्ट करते हुए निलंबित करने की मांग की। साथ ही, वहां मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी से हमलावरों को गैंगस्टर व गुंडा एक्ट में निरुद्ध किए जाने की मांग की। दूसरी ओर, वीसी आॅफिस के बाहर हंगामा प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कुलपति को चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि वायरल वीडियो में हमलावर शुभम मलिक से उसका नाम पूछकर हमला कर रहे हैं। इसलिए यह मामला रैगिंग की श्रेणी में आता है। अत: मामले में रैगिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। हमलावरों का विश्वविद्यालय में प्रवेश निरस्त करें और भविष्य में किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश न दिया जाए।
महाराणा प्रताप छात्रवास में ये छात्र अनाधिकृत रूप से छात्रावास वार्डन की संलिप्तता के चलते रह रहे हैं इसलिए वार्डन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। पीड़ित छात्र शुभम मलिक की जान-माल की सुरक्षा की जाए। सिद्धार्थ कसाना के खिलाफ मेरठ व हापुड़ में कई मुकदमें दर्ज हैं इसलिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिला प्रशासन को सिद्धार्थ कसाना के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई के लिए पत्र लिखे। वीसी डा. संगीता शुक्ला ने छात्रों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। छात्रों का हंगामा लगभग ढाÞई घंटे तक चलता रहा।
खाप चौधरी को कार्रवाई से कराया अवगत
चौधरी चरण सिंह विवि प्रशासन की ओर से गठवाला खाप चौधरी तथा पीड़ित छात्र के पिता रामबीर को अवगत कराया गया कि अनुशासनात्मक समिति ने चरक स्कूल आॅफ फार्मेसी के छात्र शिवम उर्फ विनय सुच्चा को निष्कासित कर दिया गया। साथ ही, बाहरी छात्रों के विवि परिसर में प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। कुलानुशासक प्रो.वीरपाल सिंह ने कहा कि विवि छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विवि पुलिस प्रशासन के सहयोग से सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। सहायक कुलानुशासक प्रदीप चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन हर छात्र के सुरक्षित और सम्मानजनक शैक्षणिक वातावरण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की जाएगी।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पर हमले में एक गिफ्तार, एक फरार
मेरठ (जनवाणी): सीसीएसयू के कैंपस में मेरठ कालेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पर सरियों से किए गए हमले में पुलिस ने तीसरे हमलावर देव राणा को भी गिरफ्तार कर लिया है। अब सिर्फ एक हमलावर पुलिस पहुंच से बाहर है। पुलिस उसको भी गिरफ्तार करने के प्रयास कर रही है। नौचंदी थाना प्रभारी शीलेंद्र कुमार ने बताया कि मेरठ कालेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शुभम मलिक पर सीसीएसयू में गत नौ मई की रात में एमपी हॉस्टल के बाहर हुए हमले में फरार आरोपी छात्र देव राणा को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि अब सिर्फ एक हमलावार विनय उर्फ सुच्चा फरार है।
पुलिस ने मुख्य हमलावर सिद्धार्थ कसाना बुधवार को हापुड़ जनपद के हाफिजपुर थाने में दर्ज 2023 के एससी-एसटी एक्ट के मुकदमे में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था। जबकि आदित्य यादव काचे पुलिस ने मेरठ से गिरफ्तार कर लिया था। बता दें, मेरठ कालेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शुभम मलिक पर चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय कैम्पस में सुरक्षाकर्मियों के सामने गत नौ मई को सरियों से हमला कर सिर फोड़ दिया था। वारदात के समय रात 12 बजे शुभम मलिक बाइक से अपने दोस्त को पंडित दीनदयाल हॉस्टल छोड़ने जा रहा था। रास्ते में एमपी हॉस्टल के बाहर सिद्धार्थ कसाना, विनय उर्फ सुच्चा तथा आदित्य यादव ने गाड़ी रोककर सरिये से हमला कर उसका सिर फोड़ दिया था।
गत शुक्रवार की वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर मेडिकल थाना पुलिस ने हमलावरों सिद्धार्थ कसाना, आदित्य यादव, देव राणा के खिलाफ दस मई को मुकदमा दर्ज कर लिया था।