जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी वाले मामले पर बयान दिया था। जिसके बाद अब ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने सीएम योगी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान मौलाना ने कहा कि ज्ञानवापी एक ऐतिहासिक मस्जिद है। उसकी तारीख कई सौ साल पुरानी है।
ज्ञानवापी को मस्जिद कहना दुर्भाग्यपूर्ण
शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो बयान दिया है कि ज्ञानवापी को मस्जिद कहना दुर्भाग्यपूर्ण है, यह विश्वनाथ मंदिर है। उनको यह बयान शोभा नहीं देता है। वो एक जिम्मेदार कुर्सी पर बैठे हुए हैं। वो हर एक व्यक्ति के मुख्यमंत्री हैं। चाहे किसी ने वोट दिया या नहीं दिया है।
सीएम योगी की तारीफ की
मौलाना ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था के मामले में उन्होंने बेहतर कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी बनती है कि वो हर एक व्यक्ति के लिए काम करें और कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखें ताकि लोग अमन व शांति के साथ अपनी रोजाना की जिंदगी गुजार सके।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला न्यायालयों के अधीन विचाराधीन है। ऐसी परिस्थितियों में मुख्यमंत्री के इस बयान से कानून की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। इसलिए मुख्यमंत्री को धार्मिक बयानों से परहेज करना चाहिए।
हिजाब मुद्दे को लेकर कही ये बात
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि जो लोग हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं। वो उनकी ज़हनी दिवालियापन की बातें हैं। हिजाब एक लिबास है जो मुस्लिम महिलाएं अपने आप को ढंकने के लिए पहनती हैं।
मौलाना ने कहा कि भारत का संविधान हर पुरुष और महिला को इस बात की इजाजत देता है कि हर शख्स अपनी मर्जी के मुताबिक जो लिबास पहनना चाहे पहने, जो खाना चाहे वो खाए। आज देश में इस तरह की अजीब सी बातें उभर रही हैं कि लिबास पहनने और किचन में क्या खाना बनेगा, उस पर निर्णय लेने का अधिकार दूसरे लोग तय करेंगे। इस तरह की बातें करने वाले लोग समाज में नफरत फैला रहे हैं।