- पाक गुर्गों की धरपकड़ को सुरक्षा एजेंसियां वक्त पर करती रही हैं कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिसंबर, 2015 में कैंट स्टेशन से यूपी एसटीएफ ने पाकिस्तानी जासूस इजाज निवासी इस्लामाबाद को गिरफ्तार किया था। उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे। उसने बताया था कि यूपी के हर जिले में उनकी पहुंच है। उन्होंने अपने स्लिपिंग मॉड्यूल तैयार कर लिए हैं। जनपद के सरूरपुर के खिवाई में एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) और आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) की छापेमारी और 22 वर्षीय मेहकार पुत्र जमशेद, 13 वर्षीय फैजान पुत्र तैमूर और 20 वर्षीय अय्युब पुत्र इसरार की हिरासत कोई नई बात नहीं है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के निशाने पर हमेशा ही मेरठ रहा है। आसपास के जनपदों में जिसमें शामली, कैराना, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर सरीखे जिले भी शामिल हैं। वहां से पूर्व में आईएसआई के स्लीपिंग माड्यूल पहले भी दबोचे गए हैं। वहीं, दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो देवबंद और खिवाई में की गई कार्रवाई के तार शामली के कलीम की गिरफ्तारी से जुड़े हुए हैं। हालांकि मेरठ पुलिस के अधिकारी आॅन रिकॉर्ड इसको लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं,
लेकिन सूत्रों ने जानकारी दी है कि शामली के मोहल्ला नौकुआं रोड बर्फ वाली गली निवासी कलीम को 17 अगस्त 2023 को एसटीएफ ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इन सभी की जब गहराई से जांच की गई उसके बाद ही देवबंद व खिवाई में कार्रवाई अंजाम दी गयी है। वैसे मेरठ समेत वेस्ट यूपी में व आईएसआई के लिए जब जमीन तैयार करने वालों की बात की जाती है तो शुरुआती कसूरवारों में अब्दुल करीम टूंटा, सलीम पतला, पिलोखड़ी रोड की सुरैया सरीखे नाम है।
अंजान थे स्थानीय अफसर
खिवाई में एनआईए व आईबी की कार्रवाई से स्थानीय अफसर पूरी तरह से अंजान बने रहे। इसको लेकर कुछ भी कहने से कन्नी काटते रहे। केवल एडीजी ने इतना बताया कि खिवाई में एनआईए पहुंची है। इससे ज्यादा उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
अब तक ये चढ़े हत्थे
- 26 अक्टूबर, 2018: बुलंदशहर में जाहिद निवासी खुर्जा को गिरफ्तार किया गया।
- 19 अक्टूबर, 2018: मेरठ कैंट से सेना का सिग्नल मैन कंचन सिंह पकड़ा गया।
- 27 नवंबर, 2015: एसटीएफ ने मेरठ कैंट से आईएसआई एजेंट इजाज दबोचा।
- 16 अगस्त, 2014: मेरठ से संदिग्ध आईएसआई एजेंट आसिफ अली गिरफ्तार।
- 10 जनवरी, 2009: सहारनपुर से आईएसआई एजेंट आमिर अहमद उर्फ भूरा गिरफ्तार।
- 12 दिसंबर, 2008: सीआरपीएफ कैंप में आतंकी हमले से जुड़े लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी फहीम अंसारी गिरफ्तार।
- 21 जून, 2007: बिजनौर में भारी मात्रा में आरडीएक्स के साथ हूजी के दो आतंकी गिरफ्तार।
- 23 अगस्त, 2005: लश्कर-ए-तैयबा के चीफ कोआॅर्डिनेटर अबू रज्जाक मसूद का मुजफ्फरनगर कनेक्शन मिला।
- 10 मार्च, 2005: मेरठ से खलील हुसैन शाह नाम का आईएसआई एजेंट गिरफ्तार।
- 18 अप्रैल, 2004: मेरठ से रूबी बेगम नाम की आईएसआई एजेंट गिरफ्तार।
- 14 मार्च, 2003: मुजफ्फरनगर से जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी सज्जाद और इत्तफाकुल गिरफ्तार।
- 15 जुलाई, 2002: मुजफ्फरनगर से एक आईएसआई एजेंट गिरफ्तार।
- 09 जुलाई, 2002: मुरादाबाद से हिज्बुल मुजाहिदीन से ताल्लुक रखने वाले पांच आतंकी गिरफ्तार।
- 21 जून, 2002: पाक को सेना के दस्तावेज मुहैया कराने वाले एजेंट को पकड़ा गया।