Wednesday, May 14, 2025
- Advertisement -

राज्यमंत्री ने पुलिस को किया कठघरे में खड़ा, कार्यप्रणाली पर उठाये सवाल

  • क्रॉस केस दर्ज करने पर राज्यमंत्री ने उठाई अंगुली

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में गंगानगर थाने का मामला पहुंच गया हैं। खुद यह बात राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने कही हैं। उनका कहना है कि थानों में हत्या की घटनाएं भी पुलिस फर्जी खोल रही हैं। निर्दोश लोगों को जेल भेज रही हैं। यह नहीं थानों में भ्रष्टाचार बढ़ा हैं। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने यह कहकर पुलिस को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की हैं।

पुलिस कार्यप्रणाली किस तरह की चल रही हैं? पुलिस के खिलाफ आम आदमी आवाज नहीं उठा पाता हैं क्योंकि इस समय ठोको वाली पुलिस की नीति चल रही हैं। पीड़ित के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज के सवाल पर राज्यमंत्री दिनेश खटीक का कहना है कि यह मुकदमा गलत दर्ज किया हैं।

यह भी मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री स्तर से जो भी आदेश होगा, उसका पालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी बात सुनते हैं। उस पर कार्रवाई करायेंगे। दलितों और पिछड़ों के प्रति मुख्यमंत्री गंभीर हैं। जो ताड़व थानों में चल रहा हैं, वह भ्रष्टाचार की चरम सीमा हैं। थानों में भ्रष्टाचार चल रहा हैं, उस पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।

भाजपा नेता की नहीं लिखी गई रिपोर्ट

पूर्व मंडलअध्यक्ष प्रेम चंद शर्मा पुत्रवधू से दो लाख रुपये लूटे और एक मोबाइल लूटा गया। इस घटना की रिपोर्ट पुलिस नहीं लिखी। एसएसपी के संज्ञान में भी मैं ये मामला लेकर आया था, लेकिन एसएसपी ने भी इसमें कोई कार्रवाई नहीं की। इस तरह से लूट और बड़ी घटनाओं को थाना स्तर पर दर्ज ही नहीं किया जाता हैं।

21 9

पुलिस घटना को छुपाने में ज्यादा विश्वास कर रही हैं। इस तरह से अपराध कम दर्शाये जा रहे हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली से राज्यमंत्री दिनेश खटीक कतई संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि इस तरह के तमाम मामलों को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा। यह सब पुलिस सरकार को बदनाम कर रही हैं। गो हत्या के मामले में भी उठाये, लेकिन पुलिस ने मामला तक दर्ज नहीं किये।

क्रॉस केस दलित का उत्पीड़न

दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट तो दर्ज हुई, लेकिन कोमल दलित के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कर एक तरह से पुलिस ने दलित का उत्पीड़न किया हैं। क्या कोई पुलिस के साथ मारपीट करने की हिम्मत कर सकता हैं। यह फर्जी क्रास केस दर्ज हुआ हैं। इसकी भी मुख्यमंत्री से जांच कराने की मांग करेंगे। दोषी पुलिस कर्मियों और उनको संरक्षण देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करेंगे।

नहीं की इस्तीफे की पेशकश

शनिवार को फिर राज्यमंत्री का दर्द बाहर आ गया। राज्यमंत्री के आवास पर राज दरबार लगता हैं, जहां पर लोग समस्या लेकर पहुंचते हैं। इस दौरान राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने कहा कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफे की कतई पेशकश नहीं की। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे ऊपर बैठे हैं, इस्तीफा देने का तो सवाल ही नहीं उठता।

सरकार उनकी है और पुलिस भी, लेकिन कुछ पुलिस अफसरों की कार्यप्रणाली से सरकार को बदनाम किया जा रहा हैं। फिर मुख्यमंत्री को इस पूरी घटना से अवगत करा दिया है। गलत बात कतई बर्दाश्त नहीं करुंगा। आवाज उठाना उनका काम हैं, जनता ने चुनकर भेजा हैं। फिर इस्तेफा देने का सवाल ही नहीं उठता है। मुख्यमंत्री के यहां पूरा प्रकरण जा चुका है। मुझे उम्मीद है कि वह इसमें कार्रवाई अवश्य करेंगे।

पुलिस ने गंगानगर थाने में देखी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज

गंगानगर में टेंट व्यापारी के साथ सिपाही की मारपीट के मुद्दे को लेकर प्रदेश के जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक और पुलिस के बीच भले ही तनाव खत्म हो गया हो, लेकिन पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या गंगानगर थाने में राज्यमंत्री और इंस्पेक्टर के बीच झड़प हुई। अगर ऐसा हुआ है तो इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

टेंट व्यापारी बिरजू और सिपाही आकाश के बीच मारपीट हो गई थी। चार दिन से बिरजू सिपाही के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर गंगानगर थाने के चक्कर काट रहा था, लेकिन इंस्पेक्टर गंगानगर राजपाल सिंह सुनने को तैयार नहीं थे। हार थक कर बिरजू राज्य मंत्री दिनेश खटीक के पास गया और कार्रवाई की मांग की।

इंस्पेक्टर गंगानगर ने थाने पर आये राज्य मंत्री दिनेश खटीक से भी ठीक ढंग से व्यवहार नहीं किया और टरका दिया। इससे आहत होकर राज्यमंत्री ने जिलाधिकारी दीपक मीणा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी से मुलाकात कर मुकदमा दर्ज कराने को कहा था।

बाद में राज्यमंत्री ने सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर इस्तीफे की घोषणा ही करने वाले थे, तभी पहले बिरजू की तरफ से सिपाही आकाश के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ और इसके बाद आकाश की तरफ से बिरजू, भाई कमल समेत कई अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जहां मंत्री का तेवर आक्रामक बना हुआ है, वहीं पुलिस प्रशासन नए सिरे से साक्ष्य जुटा रही है।

पुलिस कर्मी और टेंट व्यापारी के बीच मारपीट और थाने में मंत्री से बदसलूकी की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि इंस्पेक्टर पर कथित आरोप की पुष्टि हो सके। फिलहाल इस वक्त इंस्पेक्टर गंगानगर निजी कारणों से अवकाश पर गये हुए हैं। माना जा रहा है कि आरोपों की पुष्टि होने के बाद इंस्पेक्टर गंगानगर के खिलाफ अवश्य कार्रवाई होगी।

दिन भर चला एस्कार्ट का खेल खत्म

टेंट व्यापारी प्रकरण में सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज न होने से खफा जलशक्ति राज्य मंत्री ने जहां इस्तीफा देने का मन बना लिया था वहीं अपनी स्कोर्ट भी वापस भेज दी थी। बाद में पुलिस लाइन से स्कोर्ट वापस मंत्री के पास भेज दी गई। जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने सुरक्षा के लिए लगाई पुलिस की स्कोर्ट भी वापस भेजने की बात की थी।

मंत्री सुबह से बिना स्कोर्ट के लिए शहर में अन्य स्थानों पर घूम भी रहे थे। दरअसल, मंत्री ने इस्तीफा देने का ऐलान करने का मन बना लिया था। इसी बीच पुलिस की स्कोर्ट को भी वापस भेज दिया था। स्कोर्ट पुलिस लाइन में पहुंच गई थी। आरआइ मुकेश रावत का कहना है कि मंत्री ने स्कोर्ट को वापस नहीं भेजा था। उनकी स्कोर्ट उनके पास ही है।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Saharanpur News: अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार भाई-बहन की मौत

जनवाणी संवाददातासहारनपुर: दवा लेकर लौट रहे बाइक सवार भाई-बहन...

Boondi Prasad Recipe: बूंदी से करें हनुमान जी को प्रसन्न, बड़े मंगल पर घर में ऐसे बनाएं भोग

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...

Bada Mangal 2025: ज्येष्ठ माह का बड़ा मंगल आज, जानें इसका धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...
spot_imgspot_img