जनवाणी संवाददाता |
देवबंद: मनरेगा की सोशल आडिट टीम महतौली गांव पहुंची और वहां योजना के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्राम सचिव और तकनीकी सहायक के उपस्थित नहीं होने और पत्रावलियों में कई खामियां पाए जाने पर मनरेगा लोकपाल ने नाराजगी जताई।
निरीक्षण के दौरान मनरेगा लोकपाल राकेश चौधरी ने पाया कि ग्राम पंचायत द्वारा सामग्री व मजदूरी के निर्धारित मानदंड का प्रयोग नहीं किया गया है। साथ ही मजदूरी से ज्यादा धन सामग्री पर खर्च होने की बात सामने आई। राकेश चौधरी ने कहा कि सचिव और तकनीकी सहायक ने मनरेगा नियमों की अनदेखी कर कार्य कराए हैं। उन्होंने इस पर भी नाराज हुए कि निरीक्षण के समय ग्राम सचिव और तकनीकी सहायक मौजूद नहीं है।
उन्होंने हिदायत दी कि मनरेगा में पक्के कार्य कराए जाने से पूर्व ग्राम पंचायत द्वारा कार्यों का अलग-अलग विज्ञापन निकलवाकर अलग-अलग फर्मों से कोटेशन ली जानी अनिवार्य है। राकेश चौधरी ने बताया कि सोशल आडिट का उद्देश्य व्यवस्था की जवाबदेही सुनिश्चित करना और जन सहभागिता बढ़ाना तथा कार्यो में पारदर्शिता लाकर जनसामान्य को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। आडिट टीम में बीआरपी रियाज अहमद, पवन कुमार, त्रिभुवन कुमार, अनिल कुमार व नीलम आदि मौजूद रहे।