- डंपिंग ग्राउंड का हाल, कई बार शिकायत के बावजूद नहीं सुधरे हालात
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर निगम कर्मचारियों की लापरवाही के चलते लोहिया नगर स्थित डंपिंग ग्राउंड का भी बुरा हाल होता जा रहा है। यहां कर्मचारी डंपिंग ग्राउंड के बाहर सड़क पर ही कूड़ा फेंक रहे हैं। जबकि डंपिंग गाउंड का दायरा निर्धारित है। बावजूद इसके बीच सड़क पर कूड़ा डाला जा रहा है। जिस कारण आसपास के क्षेत्र के लोग परेशान हैं। यहां से आने जाने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लोहियानगर में नगर निगम की ओर डंपिंग ग्राउंड बनाये जाने के बाद से यहां आसपास के लोग हमेशा परेशानियों में रहे हैं। नगर निगम की ओर से यहां कूड़े के पहाड़ खड़े कर दिये गये हैं। यहां कूड़ा निस्तारण के लिये प्लांट भी लगाया गया था, लेकिन मेरठ में प्रतिदिन हजारों टन कूड़ा एकत्र होता है और मशीन की क्षमता मात्र 30 टन ही है। ऐसे में कूड़े के पहाड़ बनते जा रह हैं और कूड़ा अत्यधिक मात्रा में यहां एकत्र होता जा रहा है।
जगह कम, कूड़ा ज्यादा
शहर के निकलने वाले कूड़े की बात की जाये तो शहर में प्रतिदिन हजारों टन कूड़ा निकलता है और शहर का यह सारा कूड़ा यहां लोहिया नगर डंपिंग ग्राउंड में एकत्र हो रहा है। यहां कूड़ा इनका एकत्र हो चुका है कि यहां जगह तक नहीं बची है। जिसके कारण यहां समस्याएं खड़ी हो रही हैं। कूड़ा डालने वाले कर्मचारी भी अब डंपिंग ग्राउंड के अंदर जाने की जहमत नहीं उठाते हैं। वह यहां घोसीपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर बीच सड़क पर कूड़ा डालकर चले जाते हैं। जिस कारण बीच सड़क पर कूड़ा पड़ा रहता है और लोग परेशान होते हैं।
निस्तारण प्लांट की क्षमता भी कम
लोहिया नगर डंपिंग ग्राउंड पर नगर निगम की ओर से कूड़ा निस्तारण प्लांट भी लगाया गया है, लेकिन यह प्लांट भी नाकाफी साबित हो रहा है। इस प्लांट की क्षमता की बात की जाये तो इसकी क्षमता 30 टन है, लेकिन यहां कूड़ा प्रतिदिन लाखों टन की मात्रा में एकत्र होता है। जिस कारण कर्मचारी सड़क पर ही कूड़ा फेंककर चले जाते हैं। यहां आसपास के लोग कई बार नगर निगम के अधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।
निजी कंपनी भी नहीं उठा पा रही घरों के बाहर से कूड़ा
मेरठ: शहर को स्मार्ट बनाने के उद्देश्य ये नगर निगम की ओर से बीवीजी प्राईवेट इंडिया कंपनी को घर घर के बाहर से कूड़ा उठाने का ठेका दिया है, लेकिन यहां भी कंपनी के कार्य को लेकर शिकायतें आनी शुरू हो गर्इं हैं। नगर निगम की ओर से शहर के 25 वार्डों में फिलहार बीवीजी इंडिया कंपन को डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का ठेका दिया गया है। यह कंपनी ही शहर में 73 वार्डों से घरों के बाहर से कूड़ा उठायेगी।
इसके लिये कंपनी ने पहले 15 वार्डों में कार्य शुरू किया था उसके बाद 25 वार्डों में कार्य शुरू हुआ, लेकिन यहां जहां जहां जिन वार्डों में यह कार्य हो रहा है। वहां भी क्षेत्रवासी परेशान हो चुके हैं। साकेत में कुछ हाल ठीक नहीं है। सहकारी आवास समिति साकेत की ओर से एक पत्र निगम अधिकारियों को भी लिखा गया है।
जिसमें उन्होंने डोर-टू-डोर योजना के तहत कूड़ा न उठाये जाने की शिकायत की थी। यहां हाल तीन दिन से खराब है। उनका कहना है कि तीन दिन से घरों के बाहर से कूड़ा नहीं उठा है। जिस कारण लोग परेशान हैं। कूड़ा यहां सड़ रहा है, लेकिन कंपनी की ओर से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है।
बार कोड लगाये जाने का किया जा रहा कार्य
कंपनी की ओर से जहां से कूड़ा उठाये जाने का कार्य किया जाना है। वहां पर बार कोड भी लगाना है। कंपनी की ओर से एक क्यूआर कोड अगर एक गली के बाहर से कूड़ा उठना है तो उसी पूरी गली के शुरू ओर आखिर में एक कोड लगाया जा रहा है। उधर, अभी इसकी प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही सभी जगहों पर बार कोड लगाकर ही कार्य किया जाना है।