Saturday, May 17, 2025
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एनडीआरएफ को संभालना पड़ा मोर्चा

  • गंगनहर से रेस्क्यू कर स्कॉर्पियो बाहर निकाली
  • एक शव कार से बरामद, दूसरा पानी में बहा
  • एनडीआरएफ की टीम का सर्च अभियान जारी

जनवाणी संवाददाता |

रोहटा: गुरुवार की देर शाम कांवड़ मार्ग नहर पटरी पर रोहटा थाने के मूर्ति रेस्टोरेंट के सामने रेलिंग तोड़कर गंगनहर में समाई तेज रफ्तार स्कॉर्पियो हादसे में फैक्ट्री मालिक सहित दो की मौत हो गई। जिनमें से मालिक का शव बरामद कर लिया गया है। जबकि स्कॉर्पियो चालक का भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। तलाश के लिए एनडीआरएफ की देर शाम तक लगी हुई थी।

गौरतलब है कि गुरुग्राम के फरूखनगर निवासी चार लोग धर्मेंद्र बुसराम, ओम प्रकाश पुत्र शिवरानारायण, देवराज पुत्र महावीर सिंह व चालक निरंजन समस्तीपुर बिहार स्कॉर्पियो संख्या एचआर 26 डीडब्ल्यू 1848 में गुरुग्राम से सवार होकर गंगनहर पटरी से होते हुए हरिद्वार किसी मीटिंग के सिलसिले में जा रहे थे। जब इनकी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो रोहटा थाने के मूर्ति रेस्टोरेंट के पास पहुंची तो असंतुलित होकर लोहे की रेलिंग तोड़ते हो गंगनहर में समा गई थी।

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हादसे को होते हुए देख मौके पर कुछ लोगों ने डूबती स्कॉर्पियो से धर्मेंद्र व ओमप्रकाश मशक्कत करके को बचा लिया था। जबकि स्कॉर्पियो गंगनहर में समा गई थी। जिसमें दो लोग कार के साथ ही गंगनहर में समा गए थे। जिनकी तलाश के लिए सर्च अभियान देर रात तक चला, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई थी।

जिसके बाद अभियान रोक दिया गया था। शुक्रवार सुबह फिर दोबारा से गंगनहर में रेस्क्यू अभियान चला गया। क्रेन की मदद से एनडीआरएफ की टीम ने बोट के सहारे गंगनहर में समाई स्कॉर्पियो को क्रेन के जरिए बाहर निकाला। क्षतिग्रस्त स्कॉर्पियो के अंदर कंपनी मालिक देवराज का शव मिला। जबकि स्कार्पियो चालक निरंजन निवासी बिहार का कोई सुराग नहीं लग पाया था।

इसकी तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से गंगनहर में देर शाम तक सर्च अभियान चला रही थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई थी। इस संबंध में इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया कि कंपनी मालिक देवराज का शव कार के अंदर से बरामद कर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है तथा स्कार्पियो चालक निरंजन की तलाश जारी है।

कंपनी मालिक देवराज के लिए ‘मीटिंग’ आखिरी सफर साबित हुआ

गंगनहर पर तेज रफ्तार स्कॉर्पियो के हादसे में मारे गए कंपनी मालिक देवराज पुत्र महावीर की गुरुग्राम में नट बोल्ट की फैक्ट्री है। इसी कंपनी की मीटिंग के सिलसिले में अपने तीन अन्य कर्मचारियों के साथ स्कॉर्पियो में सवार होकर हर महीने तीन चार बार जाते थे,

लेकिन यह गुरुवार की मीटिंग उनके लिए आखिरी सफर साबित हुई और इस हादसे में कंपनी मालिक को देवराज चालक निरंजन के साथ मौत के मुंह में समा गए। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने बताया कि कंपनी मालिक देवराज एक-दो माह का बेटा है। जबकि एक बेटी चार वर्ष की है। हादसे के बाद परिवार वालों में कोहराम मच हुआ है।

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