- मेरठ व सरधना में बुनकरों के पंजीकरण के लिए लगेंगे कैंप
- सालों से एक ही जगह जमे अवर अभियंताओं को भी किया जाएगा चलता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: 36 घंटे के भीतर पीवीवीएनएल अफसरों का दमखम धरने पर बैठे सरधना विधायक व किसानों तथा बुनकरों के सामने ढीला पड़ गया। जिसके बार विधायक अतुल प्रधान ने धरना समाप्ति का एलान कर दिया। मंगलवार को सुबह से ही पीवीवीएनएल मुख्यालय के ऊर्जा भवन पर चल रहे धरना स्थल पर भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी।
किसान नेता सरदार गुरनाम सिंह चढूनी, विधायक रफीक अंसारी, बुंदू खां अंसारी, शाहवेज अंसारी, खालिद अंसारी, विचिन चौधरी, आदिल चौधरी सपा महानगर अध्यक्ष, विजय पाल कश्यप, मनोज चपराना, दिनेश प्रधान, शाहिद अब्बासी पार्षद, इकराम सैफी पार्षद, तालिब रिजवी, रोहित कन्डेला, प्रवेश गुर्जर, रिकम नागर, विकास जतन प्रधान, डा. विजय राठी, विपिन भड़ाना, राजदीप विकल, गुरदीप गुर्जर, कामिल अंसारी, सलीम अंसारी, निरंजन प्रधान, जोगिन्द्र प्रधान, सुरेन्द्र प्रधान, चौधरी नीरज धंज्जू, चौधरी मोहन, आदेश प्रधान, मोहित किनापुर आदि भी शामिल रहे।
दोपहर बाद पावर अफसर भी धरना स्थल पर किसानों के बीच जाकर बैठ गए। उसके बाद अफसरों ने अतुल प्रधान को बताया कि उनकी तमाम मांगे जो स्थानीय स्तर पर पूरी की जानी हैं मान ली गयी हैं, लेकिन कुछ मांगे ऐसी हैं जो शासन के नीतिगत फैसले से जुड़ी हैं।
शासन स्तर पर इस संबंध में अवगत करा दिया जाएगा। और जैसे ही शासन स्तर से आदेशित किया जाएगा। वह भी मांग पूरी कर दी जाएगी। साथ ही यह भी तय किया गया कि किसी भी किसान का कनेक्शन नहीं काटा जाएगा। मेरठ व सरधना में बुनकरों के रजिस्ट्रेशन के लिए कैंप लगाया जाएगा।
दारोगा पर कोरे कागज पर साइन करने का आरोप
लिसाड़ी गेट के रहने वाले भाजपा नेता इरशाद अंसारी ने थाने में तैनात दारोगा पर उत्पीड़न कर झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने इस मामले में बुधवार को एसपी सिटी पीयूष सिंह के दफ्तर पहुंचकर शिकायत की है। इस मामले में एसपी सिटी ने सीओ कोतावली को जांच कर कार्रवाई की मांग की है। शिकायत करने वालें ने बताया कि मंगलवार को दारोगा ने कॉल कर उसे थाने बुलाया और डरा धमका कर मुझसे एक कागज पर हस्ताक्षर करा लिए। उल्लेखनीय है कि दारोगा के पहले भी देहात के थाने में इस तरह की शिकायत हो चुकी है। दारोगा पर रुपये लेकर फर्जी मुकदमें लिखने का आरोप लगाया है।
उधर, इस मामले में एसपी सिटी ने पूरे मामले में सीओ को जांच करने के आदेश दिए हैं। याद रहे कि पूर्व में भाजपा नेता समीर राणा पर रंगदारी का फर्जी मुकदमा लगाने के बाद अधिकारियों ने मुकदमा खत्म करने की बात कह कर मामले को रफा दफा कर दिया था। बताया गया है कि पूर्व में उक्त दारोगा ने सरूरपुर में शिवानी पुत्री जोगेंद्र के खिलाफ भी एक फर्जी मुकदमा किया था जिसको लेकर ग्रामीण में एसएसपी आॅफिस पहुंचकर शिकायत की थी। इसी प्रकार के कृत्यों को लेकर उक्त दारोगा अक्सर चर्चा में रहते हैं।