जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) प्रमुख सामंत कुमार गोयल ने बुधवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की।
गोयल ने कहा कि भारत नेपाल के साथ मित्रवत द्विपक्षीय संबंधों में किसी भी दखल को अनुमति नहीं देगा और सभी विवादास्पद मुद्दों का समाधान वार्ता के जरिए निकालेगा।
नेपाल के कालापानी, लिंपियाधुरा और लिपुलेख को अपने नक्शे में शामिल करने से उत्पन्न विवाद के बीच इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है। ये क्षेत्र भारतीय इलाके में हैं। भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे भी नवंबर के पहले हफ्ते में नेपाल का दौरा करेंगे।
गोयल नौ सदस्यीय दल के साथ विशेष चार्टर्ड विमान से बुधवार दोपहर एक बजे काठमांडो पहुंचे थे। उन्होंने शाम को पीएम ओली से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की।
ओली के प्रेस सलाहकार सूर्य थापा ने कहा कि गोयल ने नेपाल और भारत के बीच की दोस्ताना संबंधों में खलल न उत्पन्न होने देने, समस्याओं को वार्ता द्वारा समाधान करने और पारस्परिक सहयोग को निरंतर आगे बढ़ाने जैसे मुद्दों पर बात की।
सूत्रों का कहना है कि गोयल ने सत्तारूढ़ नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी में ओली के विरोधी पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ से भी मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने नेपाली सेना के साथ ही अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों से भी मुलाकात की। रॉ प्रमुख का नेपाल दौरा पहली बार नहीं है।
इससे पहले उन्होंने जुलाई 2019 में काठमांडो आकर उच्च स्तरीय वार्ता की थी। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने ही रॉ प्रमुख के लिए कूटनीतिक उड़ान के लिए जरूरी इंतजाम किए थे।