Sunday, January 26, 2025
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निपुण भारत, ऍफ़ एल एन और मॉडल स्कूल कार्यक्रम को लेकर अकादमिक रिसोर्स पर्सन की हुई कार्यशाला

जनवाणी ब्यूरो |

बलरामपुर: जिलाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार, बेसिक शिक्षा विभाग एवं नीति आयोग की सहयोगी संस्था पीरामल फाउंडेशन के तत्वाधान में चल रहे, मॉडल स्कूल कार्यक्रम के अंतर्गत जायका होटल में मुख्य विकास अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में 41 एआरपी की एक दिवसीय कार्यशाला का संचालन पीरामल फाउंडेशन द्वारा किया गया ।

बलरामपुर जनपद में जिलाधिकारी के नेतृत्व में मॉडल स्कूल कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है जिसके अंतर्गत स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा। बलरामपुर जनपद भारत सरकार नीति आयोग के आकांक्षी जनपद कार्यक्रम के अंतर्गत चयनित है, जनपद में शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों की गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु समय-समय पर कई कार्यक्रम की पहल होती रही है।

इसी क्रम में परिषदीय विद्यालयों के विकास हेतु जिलाधिकारी महोदय के नेतृत्व एंव बेसिक शिक्षा विभाग और नीति आयोग की डेवलपमेंट पार्टनर पिरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में मॉडल स्कूल कार्यक्रम संचालित है। इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ 30 सितम्बर 2022 को उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल जी द्वारा किया गया था, जिसमें जनपद के प्रत्येक ब्लॉक के 102 क्लस्टर से 102 स्कूल का चयन किया गया।

जिसका उद्देश्य 20 हज़ार छात्र-छात्राओं का समग्र विकास करना हैं और निपुण भारत अभियान के लक्ष्य को प्राप्त करना है। यह महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम निपुण भारत मिशन के निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति में अहम भूमिका निभाएगा।

कार्यशाला का उद्देश्य, जिले के अंतर्गत चल रहे निपुण भारत अभियान एवं एफ. एल. एन. के अंतर्गत अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) की भूमिका को प्रभावी बनाना है कि, कैसे अपने विकासखण्ड के अंदर सपोर्टिंव सुपरविजन को प्रभावी कर सकते हैं जिससे निपुण भारत अभियान के उद्देश्य को पाया जा सके।

कार्यशाला की शुरुआत सुबह की सभा के साथ एवं 102 माडल स्कूल कार्यक्रम के उद्देश्यों पर चर्चा किया जिसके पाश्चात् पीरामल फाउंडेशन से स्टेट से आए रिसोर्स पर्सन नफीस अहमद द्वारा कार्यशाला का संचालन किया।

कार्यशाला में सभी एआरपी के साथ कोच नीड एनालिसिस टूल का अभिविन्यास किया गया जिससे उनके द्वारा किया जाने वाले सपोर्टिव सुपरविजन को प्रभावी बनाया जा सके और अध्यापकों के क्षमता वर्धक प्रोसेस में सहयोग कर सके इसी के साथ निपुण भारत के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।

कार्यशाला में सभी एआरपी ने विद्यालयों में किए जा रहे सपोर्टिंव सुपरविजन संबंधित रणनीतियों को बनाया एवं छोटे समुहों द्वारा अपने विचारों को सभी प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुत किया ।
इसी के साथ-साथ अध्यापकों में क्षमता निर्माण किस तरह किया जा सकता है उसके लिए केस स्टडी के माध्यम से ए.आर.पी के साथ पेपर गतिविधि की गई।

कार्यशाला के समापन पर पीरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट लीड इमरान ने बताया की उक्त कार्यक्रम जिलाधिकारी महोदय की प्रथम वरीयता क्रम में है जिसका प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने हेतु क्षमतावर्धन कार्यशालाओं का आयोजन इसी प्रकार से समय समय पर किया जाता रहेगा साथ ही समुदाय और विद्यालय स्तर पर भी कई अभियान और कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे जिससे की परिषदीय विद्यालयों में नामांकित हर बच्चा गुणवर्तापूर्ण शिक्षा से लाभान्वित हो सके । इसी क्रम में बलरामपुर नगर के खण्ड शिक्षा अधिकारी नें कार्यशाला एवं पीरामल द्वारा जिले एवं जमीनी स्तर पर किए जा रहे कार्यो पर अपने विचारों को सभी प्रतिभागियों के समक्ष रखा।

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