नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। सनातन धर्म में निर्जला एकादशी व्रत को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस बार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तिथि को निर्जला एकादशी मनाई जा रही है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि यह व्रत सबसे कठिन और शुभफलदायी है। इस एकादशी को पांडव निर्जला एकादशी, पांडव भीम एकादशी भी कहा जाता है। तो आइये जानते है मोहिनी एकादशी की पूजा विधि…
निर्जला एकादशी मुहूर्त
एकादशी तिथि आज प्रारम्भ – 31 मई सुबह
निर्जला एकादशी का पारण- 01 जून को सुबह 05:24 मिनट से लेकर सुबह 08:10 मिनट तक रहेगा।