- दलालों का राज तो है आरटीओ ने किया कार्यालय का भ्रमण
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: संभागीय परिवहन कार्यालय में बिना दलालों के कोई काम नहीं होता। यहां प्रत्येक विभाग में बैठने वाले कर्मचारी केवल दलालों के ही चेहरे पहचानते हैं, जबकि आम आदमी को कोई न कोई कमी बताकर टरका दिया जाता है। इसको लेकर आरटीओ ने टीम के साथ पूरे कार्यालय का निरीक्षण किया और वहां मौजूद लोगों से उनकी परेशानी पूछी। साथ ही साफतौर पर कहा कि कार्यालय में कोई भी दलाल मौजूद नहीं होना चाहिए।
बुधवार को सुबह साढ़े 11 बजे आरटीओ हिमेश तिवारी ने कार्यालय परिसर में दलालों को लेकर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यालय परिसर में कार्य को लेकर आने वाली आम जनता से पूछा कि उन्हें काम कराने में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। जबकि बाहर से ही प्रत्येक खिड़की के अंदर बैठे लिपिकों को हिदायत दी कि वह आम जनता का काम प्रमुखता से करें और किसी भी काम को लेकर यदि कोई भी दलाल रूप का व्यक्ति आता है तो उसका काम नहीं किया जाए। इस दौरान कुछ युवक ड्राइविंग लाइसेंस के लिए कार्यालय में आए थे।
जिन्हें आरटीओ ने खुद बताया कि दो साल से डीएल का काम साकेत स्थित आईटीआई के पास बने नए कार्यालय में हो रहा है, लेकिन सवाल यह कि संभागीय परिवहन विभाग कार्यालय में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे डीएल, वाहन ट्रांसफर, फिटनेस, एनओसी, रजिस्ट्रेशन, पॉल्यूशन समेत अन्य कामों को किस तरह कराया जाए इसकी जानकारी आम आदमी को मिल सके। कार्यालय में कोई हेल्प डेस्क होनी चाहिए। जहां मौजूद व्यक्ति आम जनता को उनके कार्य के मुताबिक गाइड कर सके।
वहीं, आरटीओ कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार को लेकर उप आयुक्त परिवहन विभाग हरिशंकर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शहर में चल रही एक्सपायर्ड स्कूली बसों को लेकर विभाग द्वारा 31 अगस्त तक अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में रोजाना इस तरह की बसों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिन बसों का जिक्र किया गया है। उनकी पूरी डिटेल हमें मिल गई हैं, जल्दी ही जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।