- एसएसपी से कहा असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्ती करें
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम और एसएसपी को दिये निर्देश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की पैगंबर पर की गई टिप्पणी को लेकर पूरे प्रदेश में मुसलमानों में आक्रोश दिख रहा है। इसको लेकर कई शहरों में जमकर हंगामा, पथराव और फायरिंग हुई और पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाया गया।
जुमे की नमाज के बाद जिस तरह से हिंसा भड़की उसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे डीएम और एसएसपी की मीटिंग लेकर साफ संदेश दिया कि असमाजिक तत्वों के खिलाफ सख्ती की जाए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो सके।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिया कि समाजविरोधी तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए पर ध्यान रहे किसी निर्दोष का उत्पीड़न न हो, लेकिन एक भी दोषी न बचे।
उन्होंने कहा कि माहौल बिगाड़ने वाले ऐसे असामाजिक तत्वों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने वेस्ट यूपी के शहरों के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को खासतौर पर अलर्ट रहने को कहा।
मुख्यमंत्री की एसएसपी संग बैठक
माफिया को संरक्षण देने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी। साजिशकर्ताओं और अभियुक्तों की पहचान कर यथाशीघ्र गिरफ्तारी की जाए। सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच करें। ऐसे लोगों के विरुद्ध एनएसए अथवा गैंगस्टर के नियमों के तहत नियमसंगत कार्रवाई की जाए।
यदि किसी अपराधी के दोबारा किसी अराजक घटना में संलिप्तता पाई जाए तो चार्जशीट में इसका उल्लेख जरूर करें। किसी भी जनपद में अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड/रिक्शा स्टैंड संचालित न हों। ऐसे स्टैंड पर अवैध वसूली होने को बढ़ावा देते हैं। जहां कहीं भी ऐसी गतिविधियां संचालित हो रही हों, उन्हें तत्काल बंद कराया जाए।
टैक्सी स्टैंड के लिए ठेकेदार का चयन करते समय उसका विधिवत पुलिस सत्यापन कराएं। अब तक हुई कार्रवाई की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराएं। परिवहन विभाग के साथ समन्वय बनाते हुए डग्गामार बसों का संचालन बंद कराया जाए।