- बागपत रोड पर उफन रहे नाले, हो जाती है बद से बदतर स्थिति
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बागपत रोड पर ड्रेन सिस्टम नहीं हैं। इसको लेकर बारिश में हर वर्ष लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता हैं। भाजपा विधायक अमित अग्रवाल, मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय समेत कई विभागों के अफसर भी मौके पर दौरा कर चुके हैं, लेकिन पानी निकासी के लिए आला अफसरों ने कोई ठोस प्लान तैयार नहीं किया। इस तरह से फिर से बारिश होने पर बागपत रोड के लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ेगा।
दरअसल, बागपत रोड स्थित ऋषिनगर कॉलोनी का पानी भी नहीं निकल पा रहा हैं। बागपत रोड पर नाला निर्माण तो कर दिया। इस पर करोड़ों रुपये भी खर्च हो गए, लेकिन नाले का पानी कहां जाएगा, ये सिस्टम आला अफसर नहीं बना सके। इसी वजह से पानी नाले में भरने के बाद सड़क पर आ जाता हैं। एनएच-58 ने भी नाला बनाया हुआ हैं, लेकिन ये नाला एनएच के साथ ही ही है। इसको किसी नाले से लिंक नहीं किया गया हैं, जिसके चलते पानी नाले में भरा रहता हैं।
पानी ज्यादा आने पर नाले से ओवर फ्लो होकर सड़क पर पहुंच जाता हैं। कई बार ये मुद्दा उठा की एनएचएआई के बने नाले का लिंक किसी ऐसे नाले से करना चाहिए, जिसके बाद पानी का निकास संभव हो जाए। इस समस्या का समाधान तभी संभव हो सकता हैं। आखिर अधिकारियों के द्वारा बार-बार मीटिंग करना, लेकिन निष्कर्ष कुछ नहीं निकल रहा हैं। बारिश में फिर से ये बड़ी समस्या सामने आकर खड़ी हो जाती हैं।
नगर निगम के अफसरों ने भी इसकी तरफ से आंखें मूंद ली हैं। क्योंकि बारिश का सीजन आउट हो गया हैं, ऐसे में ड्रेन की किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। इसी वजह से नगर निगम के अफसरों ने भी इसके स्थाई समाधान करने की बजाय आंखें बंद कर ली हैं। वैसे इसी तरह की समस्या रोहटा रोड पर भी है।
एनएचएआई के नाले से यहां भी लिंक होना चाहिए, तभी पानी की निकासी संभव हो सकती हैं। वहां भी करोड़ों रुपये मेडा ने खर्च कर नाले का निर्माण किया। एक तरफ तो आर्मी क्षेत्र में नाले से लिंक किया गया। रोहटा बाइपास की तरफ पानी निकास का कोई प्रबंध अधिकारियों ने अभी तक नहीं किया हैं, ये समस्या यहां बड़ी बनती जा रही हैं।