वार्ड-76: पार्षद का रिपोर्ट कार्ड
- खुशहालनगर के हिस्से में आजतक नहीं आई कोई भी खुशहाली
- सिल्ट से अटी पड़ी नालियां, बाजार में दोनों ओर दिनभर लगे रहते हैं कूड़े के ढेर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर निगम के वार्ड-76 में एक बड़ा हिस्सा नई बस्ती का होने के कारण काफी विकास चाहता है, लेकिन नगर निगम के स्तर से चलने वाली योजनाओं के भरोसे इस क्षेत्र का भला होने में कई दशक का समय लग सकता है। ऐसे में वार्डवासी यहां के लिए विशेष पैकेज की मांग करते हैं। श्याम नगर पश्चिम के नाम से बनाए गए इस वार्ड में श्याम नगर पश्चिम और खुशहालनगर के इलाके आते हैं।
नगर निगम में इस वार्ड का प्रतिनिधित्व बसपा नेता दिलशाद शौकत करते हैं, जो विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। वार्ड के लोगों की शिकायत है कि श्याम नगर में भले ही कुछ काम कराए गए हैं, लेकिन खुशहालनगर के हिस्से में आज तक खुशहाली नहीं आ सकी है। मोहम्मद शाहरुख अलवी, मुजाहिद, हाफिज नवाब, साजिद आदि से वार्ड को लेकर चर्चा की गई। जिसमें यह बात सामने आई कि वार्ड की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है।
खुशहाल नगर के पहले 20 फुटा रोड पर बाजार में दोनों तरफ दिनभर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। नालियां सिल्ट से भरी रहती हैं, जिसके कारण जल निकासी का कोई समुचित साधन इस क्षेत्र में उपलब्ध नहीं है। लोगों की शिकायत है कि खुशहालनगर के इलाके में पार्षद ने कभी आकर समस्याओं को जानने तक का प्रयास नहीं किया है। मोहम्मद मुस्तफा का कहना है कि उनके इलाके में हर समय पानी भरा रहता है।
खुशहाल नगर निवासी मोहम्मद साजिद एक-एक महीने तक मोहल्ले से कूड़ा नहीं उठाया जाता है। इस वार्ड के निवासी मोहम्मद सादिक का कहना है कि वार्ड में सफाई सबसे बड़ा मुद्दा है। यहां सफाई के लिए मोहल्ले के लोग नगर निगम के अधिकारियों से बार-बार गुहार लगाते रहते हैं, लेकिन कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। जिसके कारण मोहल्ले में कई संक्रामक रोग फैलते रहते हैं।
बरसात के दौरान इस क्षेत्र में स्थिति और विकट हो जाती है। मुजाहिद अब्बासी का कहना हैकि अब तक पास पड़ोस में खाली पड़े प्लॉट में लोग कूड़ा डालते रहते थे। लेकिन इन प्लाट में निर्माण होने के बाद से यह समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। मुजाहिद का कहना है कि इस वार्ड में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की सुविधा आज तक सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाई।
मोहम्मद अफजाल का कहना है कि खुशहाल नगर जोगियों वाली गली का निर्माण कराने के लिए कई बार पार्षद से कहा जा चुका है, लेकिन इस गली का सर्वे कराकर कोई प्रस्ताव तक नगर निगम बोर्ड बैठक में नहीं दिया जा सका है। इस गली के नुक्कड़ पर रहने वाले अली हसन का कहना है कि बरसात के दौरान जोगियों वाली गली में काफी पानी भर जाता है, जिसके कारण यहां से गुजरता भी मुश्किल हो जाता है।
इस वार्ड में हालांकि कुछ इलाकों में काम भी हुए हैं, लेकिन इस अति पिछड़े इलाके के लिए नगर निगम में पार्षद के हिस्से में आने वाली विकास राशि बहुत कम पड़ जाती है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस पिछड़े इलाके को एक बार समुचित विकास के लिए शासन स्तर से स्पेशल पैकेज दिए जाने की जरूरत है।
पार्षद का कथन
पार्षद दिलशाद शौकत का कहना है कि नगर निगम के अलावा उन्होंने व्यक्तिगत प्रयास करके वार्ड में करोड़ों की योजना से काम कराए हैं। जिनमें इस वार्ड की गहरी-गहरी गलियों के गड्ढे भरवाने का काम किया गया है। गलियों और नालियों का निर्माण कराया गया है।
यह एक बड़ा क्षेत्र है, जिसमें विकास की विभिन्न योजनाओं को लागू करने की जरूरत है, तब कहीं जाकर इस क्षेत्र में विकास नजर आ सकता है। हालांकि पुराने मोहल्लों में देखा जाए, तो वहां नगर निगम से मिलने वाली हर सुविधा मौजूद है, और वार्ड के लोग पूरी तरह संतुष्ट हैं।