जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: किशनपुर बराल गांव निवासी मजदूर मां के बेटे ओम योगी विशाल भारद्वाज ने दोबारा वर्ल्ड रिकार्ड बनाया।18 वर्ष 7 महीने 5 दिन के विशाल ने पद्मा शीर्षासन की स्थिति में 2 घंटे 9 मिनट 29 सेकंड तक रहकर अपने ही 33 मिनट 26 सेकंड तक रहने का स्वयं का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया।उसने एक और नया रिकॉर्ड विश्व में स्थापित कर दिया।
किशनपुर बराल गांव निवासी ओम योगी उर्फ विशाल भारद्वाज ने योगासन में वर्ल्ड रिकार्ड बनाते हुए देश व गांव का नाम रोशन किया।रिकॉर्ड अधिकारियों ने लगातार उसके पदमासन के साथ शिरासन पर निगाह बनाए रखी। तब उसका नाम वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कर लिया गया। कुछ ही दिन में उसको प्रमाणपत्र और मेडल से सम्मानित किया जाएगा।उसने यह विश्व रिकॉर्ड पदमशीर्षसान लगाने पर स्थापित किया है। ओम योगी उर्फ विशाल भारद्वाज की मां उमादेवी ने किसी तरह से इस इकलौती संतान को इस लायक बनाया। उसके पिता नहीं है। गांव के ही चेताना इंटर कालेज में फोर्थ क्लास की मामूली सी नौकरी करते हुए किसी तरह से अपनी इकलौती संतान को इस लायक बनाया। अभी तक वह स्टेट व नेशनल स्तर पर सैंकड़ों पदक जीत चुका है। वह भी सभी स्वर्ण पदक हैं। इस संबंध में विशाल भारद्वाज ने बताया कि वह सोशल मीडिया पर योग से संबंधित जानकारी लेता रहता है। उसने अबकी बार स्वयं का ही रिकॉर्ड तोड़ डाला।उसने इस रिकार्ड को तोड़ने के लिए अभ्यास एक वर्ष पहले शुरू कर दिया था।
वह तीन घंटे तक पदमशिरासन कर लेता है। उसने गूगल पर जब विश्व रिकॉर्ड के परिणाम देखे तो वह आश्चर्यचकित हो गया। उसने बताया कि वह खुद ही योग करता गया और आगे बढ़ता गया। सैकड़ों मेडल, ट्रॉफी व प्रमाण पत्र हैं। प्राईड आफ भारत अवार्ड योग रत्न अवार्ड आदि ओम योगी के नाम
ओम योगी उर्फ विशाल भारद्वाज का नाम दूसरी बार इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है।विशाल ने बताया कि उसने यह अभ्यास धीरे-धीरे बढ़ाया। एक दिन का तो उसका रिकार्ड 3 घंटे 5मिनट का भी है।उसके पास फिलहाल 85मेडल, 45 ट्रॉफी व सभी के प्रमाणपत्र, योग शिक्षक व कोच के भी प्रमाण पत्र हैं। उसने बताया कि डिस्ट्रिक्ट, स्टेट लेवल और नेशनल लेवल उसके सभी गोल्ड मेडल हैं।उसे अब बड़े-बड़े पदाधिकारी भी सम्मानित करने लगे हैं ।बागपत सांसद और जिलाधिकारी ने ओम योगी से योग के विषय पर बहुत बार बात हुई है।