- मजदूर की बेटी ने इच्छा जताई एसओ ने दिया यादगार अवसर निपटाया विवाद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एक गरीब मजदूर परिवार की बेटी को एक दिन का थानेदार बनने का मौका मिले तो उस छात्रा की खुशी का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा ही कुछ मलियाना निवासी इंटर की छात्रा सुन्दरी के साथ हुआ। टीपी नगर एसओ से इस छात्रा ने आग्रह किया तो उसकी इच्छा पूरी कर दी गई। इस दौरान छात्रा ने चन्द्रलोक कालोनी में चल रहे टेम्पो विवाद को निपटाया।
नवरात्र के मौके पर प्रदेश सरकार की तरफ से मिशन शक्ति चलाया जा रहा है। इसमें महिलाओं की मदद के लिये महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने महिला डेस्क का उदघाटन भी किया था। शनिवार को महावीर शिक्षा निकेतन की इंटर की तमाम छात्राएं महिला हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली देखने के लिये स्कूल से आई थी। टीपी नगर एसओ विजय कुमार गुप्ता ने छात्राओं को हेल्प डेस्क के बारे में जानकारी दी और छात्राओं को सुरक्षा के तमाम उपाय बताये।
छात्राओं ने भी उनसे तमाम नियम कानून के बारे में पूछा। तभी स्कूली छात्रा सुन्दरी ने एसओ से कहा कि उसकी बचपन से इच्छा रही है कि पुलिस अधिकारी बनकर समाज की सेवा करे। छात्रा की बात सुनते ही एसओ ने कहा कि क्या तुम एसओ बनोगी तो उसने आत्मविश्वास का परिचय देते हुए हामी भरदी।
एसओ ने छात्रा को एसओ की कुर्सी पर बैठाया और कहा कि थाना कैसे चलाया जाता है। इसे आज करके दिखाओ। थाने में इस अभिनव प्रयोग को देखकर वहां मौजूद छात्राओं और थाने के स्टाफ ने छात्रा का उत्साह बढ़ाया। तभी थाने में चन्द्रलोक कालोनी में टैंपो खड़ा करने को लेकर चल रहा विवाद आ गया।
एसओ ने सुन्दरी से कहा कि इस मामले को सुलझा कर दिखाओ। सुन्दरी ने दोनों पक्षों की बात सुनी और थोड़ी सख्ती दिखाते हुए मामले को सुलझा दिया। शाम पांच बजे छात्रा अपने घर चली गइ। बाद में दैनिक जनवाणी से बात करते हुए सुन्दरी ने बताया कि उसके पिता मजदूरी करते हैं और उसे बचपन से पुलिस विभाग में काम करने का मन है।
चार भाई बहनों में तीसरे नंबर की सुन्दरी ने कहा कि उसकी जिंदगी की एक बड़ी इच्छा पूरी हुई है। जब उससे महिला हेल्प डेस्क के बारे में पूछा गया तो उसने महिला हेल्प लाइन के नंबर बताने शुरु कर दिया। उसने कहा कि छेड़खानी के खिलाफ आवाज उठाने में संकोच नहीं करना चाहिये।