- याकूब और फिरोज की चल संपत्ति कुर्क करने के आदेश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: न्यायालय जिला जज रजत सिंह जैन की अदालत में प्रदेश सरकार द्वारा एसीजेएम कोर्ट संख्या-5 के केस क्राइम नंबर 131/2022 थाना खरखौदा के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें न्यायालय ने याकूब कुरैशी की पत्नी के मकानों से सील हटाये जाने के आदेश दिये थे।
वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल बक्शी ने न्यायालय को अवगत कराया कि मकान नंबर 1113 और 1113ए, सराय बहलीम याकूब कुरैशी की पत्नी संजीदा बेगम के स्वामित्व के हैं और संजीदा बेगम जमानत पर है। जबकि पुलिस ने हाजी याकूब कुरैशी व फिरोज कुरैशी के फरार होने के चलते संजीदा बेगम के मकानों को सील कर दिया। अवर न्यायालय ने पुलिस की कार्यवाही को गलत मानते हुए मकानों से सील हटाये जाने के आदेश छह अगस्त 2022 को दिये थे।
सरकार ने सील हटाये जाने के आदेश को जिला जज के यहां चुनौती दी थी। न्यायालय जिला जज ने मामले की सुनवायी करते हुए दोनों मकानों से सील हटाये जाने के अवर न्यायालय के आदेश को सही माना। परन्तु मकानों में दोनों आरोपियों हाजी याकूब कुरैशी व उसके पुत्र फिरोज कुरैशी की चल सम्पत्तियों को कुर्क करने के आदेश दिये।
बसपा नेता के हमलावरों का सुराग नहीं
मेरठ: कोतवाली थाना क्षेत्र पूर्वा अहिरान में गुरुवार रात बसपा नेता परवेज आलम पर हुए हमले की घटना में बसपा नेतागण कोतवाली पहुंचे और हमलावरों को गिरफ्तार करने की मांग की। कोतवाली पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कि या है। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुट गई है। पुलिस ने मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला है।
बसपा महानगर अध्यक्ष परवेज आलम पर गुरुवार की रात पौने 12 बजे अज्ञात युवकों ने हमला कर दिया था। हमले में परवेज आलम के हाथ में चोट आई थी, वहीं हमलावरों ने फायरिंग भी की थी। उस वक्त परवेज घर के बाहर टहल रहे थे। शुक्रवार को कोतवाली पुलिस ने बसपा नेता की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
नकलची को जेल, बेकसूरों को 21 घंटे बैठाया थाने में
मेरठ: परतापुर पुलिस का एक कारनामा सामने आया है। परीक्षा में नकल करते पकड़े गये युवक को पुलिस ने जेल भेज दिया, लेकिन रात में मिलने गये सगे संबंधियों को घंटो थाने पर बैठा लिया। अफसरों के आदेश बाद उन्हें 21 घंटे बाद थाने से छोड़ा गया। गुरुवार को बीआईटी कॉलेज में आयोजित रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा मेें परीक्षक ने सरधना निवासी परीक्षार्थी अनुभव शर्मा को डिवाइस से नकल करते वक्त दबोच लिया था।
कॉलेज ने नकल करने के आरोप में उसे पकड़कर परतापुर पुलिस को सौंप दिया था। गुरुवार को परतापुर थाना इंचार्ज अनुभव शर्मा को छोड़ने को थाने से छोड़ने की बात कहते रहे। उनका कहना था कि अभी तहरीर नहीं आई है। वैसे भी इस तरह के आरोपों में सात साल से भी कम की सजा है।
इसलिये इसे छोड़ दिया जायेगा। इधर, अनुभव शर्मा के परिजनों और रिश्तेदारों को खबर मिली कि उसे परतापुर थाने में पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। परिजन और संबंधी रात में अनुभव से मिलने पहुंचे। परतापुर पुलिस ने सभी को पकड़कर थाने में बैठा लिया और शुक्रवार रात में छोड़ा। परिजनों का आरोप है कि वे अनुभव को खाने पीने को पूछने के लिए गये थे, लेकिन उन्हें थाने पर बैठा लिया।
परिजनों का आरोप है कि गुरुवार रात से लेकर शुक्रवार तक पुलिस इसी इंतजार में रही कि अनुभव को छोड़ने की एवज में कुछ रकम हाथ लग जाये। पुलिस ने सभी आठ लोगों को भी इसलिए थाने में बैठा लिया, लेकिन परिजनों की आर्थिक स्थिति सही न होने की वजह से अनुभव को पुलिस ने जेल भेज दिया।