- बच्चा वार्ड में रोजाना बीमार मासूमों को इलाज के लिए परिजनों की लग रही लाइन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर में बुखार व उल्टी-दस्त का भयंकर प्रकोप चल रहा हैं। बीमारी से ग्रस्त मासूमों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले 10 दिन में अकेले जिला अस्पताल में ही 1300 से ज्यादा मामालें सामनें आ चुके है। ये आंकड़े सिर्फ सरकारी अस्पताल के हैं, प्राइवेट अस्पतालों में भी उल्टी-दस्त के मरीज पहुंच रहे हैं। बच्चा वार्ड में रोजाना बीमार मासूमों को इलाज के लिए लेकर आनें वाले परिजनों की लाइन लग रही है, जबकि इमरजेंसी में भर्ती बच्चों की संख्या भी कम नहीं हो रही है।
बेडों पर बीमार बच्चों की अच्छी-खासी संख्या है, जिसके बाद जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड व पीकू वार्ड में सुरक्षित सभी 30 बेड फुल चल रहे हैं। जिला अस्पताल में मासूमों के इलाज के लिए बने बच्चा वार्ड में रोजाना दो ओपीडी लगती है, जिनमें केवल मासूमों का इलाज होता है। इनमें से एक ओपीडी में डा. राजीव गुप्ता, जबकि दूसरी में डा. श्रीओम बैठते हैं। जिला अस्पताल में पिछले 10 दिन में ही इन दोनों ओपीडी में बुखार व उल्टी-दस्त से ग्रस्त मासूमों की संख्या तेरह सौ से ज्यादा रही है।
10 दिन का आंकड़ा
डा. राजीव की ओपीडी में 25 जुलाई को 116, 26 को 49, 27 को 141, 28 को 111, 29 को 128, 30 को 143, 1 अगस्त को 72, 2 को 143 जबकि 3 अगस्त को 157 बच्चे इलाज के लिए पहुंचे। जबकि डा. श्रीओम की ओपडी में 25 जुलाई को 27, 26 को 6, 27 को 47, 28 को 37, 29 को 29, 30 को 48, 1 अगस्त को 15, 2 को 15 व 3 को 30 बच्चे बुखार व उल्टी-दस्त की बामारी से ग्रस्त होते हुए इलाज के लिए पहुंचे। इन दिनों में इलाज के लिए पहुुंचे मासूमों की कुल संख्या 1314 है जिसका बढ़ना जारी है।
यह आंकड़ा केवल जिला अस्पताल का है। जबकि मेडिकल में बने बच्चा वार्ड में भी बड़ी संख्या में बुखार अन्य दूसरी बीमारियों से ग्रस्त बच्चे इलाज करा रहें है। यहां पर भी रोजाना मेरठ व आसपास के जिलों से बीमार बच्चों को लेकर परिजन पहुंच रहें है। इसके साथ ही निजी अस्पतालों व चिकित्सकों के यहां इलाज कराने वाले परिजनों की संख्या कहीं ज्यादा है।
संचारी रोग से ग्रस्त
बरसात के मौसम में संचारी रोग (मच्छरों से होनें वाली बीमारी) के फैलने वाली बीमारियों के बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही तैयारी कर ली थी। जगह-जगह एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया बावजूद इसके शहरी इलाकों में बीमार बच्चों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है।
जिला अस्पताल में पिछले कुछ दिनों बुखार व उल्टी-दस्त से ग्रस्त बच्चों की संख्या बढ़ी है। अस्पताल में कुल 30 बेडों को
बच्चों के लिए सुरक्षित रखा गया है, लेकिन समय सभी बैड फुल है, बाकी जो बच्चें यहां एडमिट नहीं है उनको दवाई देकर इलाज किया जा रहा है।
-डा. कौशलेंद्र, सुप्रिंटेंडेंट जिला अस्पताल।