- बुलंदशहर प्रकरण में गाज संयुक्त और उप आबकारी आयुक्त मुख्यालय पर गिरी, अटैच
- सुरेश चंद पटेल और संजय कुमार त्रिपाठी भी अटैच इंस्पेक्टर और तीन अन्य सिपाही भी निलंबित
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जहरीली शराब कांड के चलते मेरठ जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त राजेश मणि त्रिपाठी एवं उप आबकारी आयुक्त सुरेश चंदा पटेल समेत कई अन्य पर गाज गिरी है। चार बडेÞ आबकारी अधिकारियों को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। आबकारी के एक इंस्पेक्टर व तीन सिपाहियों को निलंबित किया गया है।
जहरीली शराब से हुई मौतों को सीएम ने गंभीरता से लिया है। माना जा रहा है कि उसके बाद ही अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसारेड्डी ने जिला बुलंदशहर के गांव जीतगढ़ी थाना सिकंदराबाद में जहरीली शराब कांड को गंभीरता से लेते हुए शासन द्वारा संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन, राजेश मणि उप आबकारी आयुक्त, सुरेश चंदा पटेल व जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार त्रिपाठी के लखनऊ स्थित मुख्यालय से अटैच कर दिया है।
उन्हें तत्काल ज्वांइन करने के आदेश दिए गए हैं। इस सख्त कार्रवाई से वेस्ट यूपी के तमाम आबकारी अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वेस्ट यूपी की यदि बात की जाए तो मेरठ मंडल के आबकारी विभाग जहरीली शराब तथा हरियाणा मार्का शराब की बिक्री को लेकर खासा बदनाम रहा है। करीब साल भर पहले मेरठ में भी जहरीली शराब के चलते दो बार मौतें हुई हैं।
इनके अलावा सिकंदराबाद क्षेत्र में तैनात आबकारी निरीक्षक प्रभात वर्धन, प्रधान आबकारी सिपाही राम बाबू व सिपाही श्रीकांत सोम एवं सलीम अहमद को कार्य में शिथिलता बरतने पर निलंबित किया गया है। इन सभी को प्रथम दृष्टता या जहरीली शराब कांड में हुई मौतों को लेकर दोषी पाया गया है।
कुलंजन में पकड़ी अवैध शराब की मिनी फैक्ट्री
बुलंदशहर में जहरीली शराब से हुए मौत के तांडव के बाद क्षेत्र में आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। शुक्रवार सुबह आबकारी विभाग ने कुलंजन गांव के जंगल में अवैध शराब की मिनी फैक्ट्री पकड़ी। टीम ने मौके से करीब 500 लीटर शराब, खाली पव्वे, रेपर समेत कई वाहन पकड़े। टीम ने दो आरोपियों को दबोचा, जबकि अन्य भागने में कामयाब रहे।
आबकारी विभाग को सूचना मिली कि सरधना के कुलंजन गांव के जंगल में बड़े स्तर पर अवैध शराब तैयार करके तस्करी की जारी है। रातभर टीम ने जंगल में तस्करों की घेराबंदी की। शुक्रवार सुबह टीम ने धावा बोला। टीम को देखकर तस्करों में भगदड़ मच गई। टीम ने दो आरोपियों को दबोच लिया। जबकि अन्य भागने में कामयाब रहे। टीम ने मौके से 10 ड्रम में भरी करीब 500 लीटर अवैध शराब, 207 खाली पव्वे, 308 ढक्कन, 434 नकली क्यूआर कोड, 600 नकली रेपर, 750 एमएल कैरेमल व पांच किलो यूरिया बरामद किया। इसके अलावा एक कैंटर, एक ईको कार व एक बाइक जब्त की।
टीम सभी को थाने लेकर पहुंची और पुलिस के हवाले के दिया। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों के नाम अब्दुल पुत्र ताहिर निवासी पिठलोकर व मोनू पुत्र आदेश निवासी दौराला है। इस संबंध में आबकारी निरीक्षक अनुराधा का कहना है कि रातभर घेराबंदी के बाद सुबह कुलंजन के जंगल में अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी है। मौके से 500 लीटर शराब, खाली पव्वे समेत तमाम सामान बरामद हुआ है।
अवैध शराब का कारोबार करने वाले पांच गिरफ्तार
जानी थानांतर्गत ग्राम पेपला के जंगल मे बंद पडे टीसीई महेन्द्र प्रताप मेमोरियल बीएड कालेज मे अवैध शराब फैक्ट्री पकड़ी गयी थी। प्रभारी निरीक्षक जानी व एसओजी टीम ने इस घटना मे वांछित पिन्टू उर्फ कन्हैया लाल निवासी बादाम मंडी थाना कंकरखेड़ा समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से दो कारें, टैंकर और भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गई है।
एसएसपी अजय साहनी ने पत्रकारवार्ता में बताया कि आरोपी पिंटू ने पूछताछ मे बताया कि अवैध शराब के निर्माण में प्रयोग किया जाने वाला 1600 लीटर उसे ब्रजपाल उर्फ टुन्डा लाला पुत्र खुशीराम गुर्जर निवासी देवलोक देवतापुरम थाना टीपीनगर व उसके साथी वरदान उर्फ विक्रान्त पुत्र संजय निवासी जमुना विहार खतौली, साथी संजीव ठाकुर को 28000 रुपये प्रति ड्रम के हिसाब से उपलब्ध कराया था।
ब्रजपाल व वरदान उपरोक्त ट्रक ड्राइवर अनुज व राजवीर से खरीद कर देते हैं। पुलिस ने ब्रजपाल उर्फ टुन्डा लाला, वरदान उर्फ विक्रान्त को मय कार गिरफ्तार किया गया तथा राजवीर व अनुज को मय टैंकर गिरफ्तार किया गया। ब्रजपाल ने बताया कि वह अनुज व राजवीर जो ट्रक ड्राइवर है के सम्पर्क में था, ये लोग कैमिकल भरे हुए टैंकरों को चलाते हैं।
आरोपियों ने बताया कि पहली बार पेपला में 153 पेटी बनाई थी। जिसमें से 60 पेटी सोनू व उसका साथी विशाल उर्फ मुरली ले गये थे। लेबर भी सोनू ने भेजी थी। सोनू ने हमसे 1300 रुपये प्रति पेटी के हिसाब से पेटी खरीदी थी। जिन्हे सोनू व मुरली ने 1600 रुपये प्रति पेटी के हिसाब से खतौली में शराब के सरकारी ठेके के प्रदीप को बेचा था।