- दंगा नियंत्रण उपकरणों संग थानों के गेट पर बेरीकेडिंग
- दिनभर अधिकारी लेते रहे थानों पर स्थिति का जायजा
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के जेल भरो आंदोलन की चेतावनी के बाद से सदर कोतवाली समेत जनपद के ज्यादातर थानों के गेट पर बैरीकेडिंग के साथ पुलिस अलर्ट रही।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दंगा नियंत्रण उपकरणों से लैस पुलिस और पीएसी बल मुस्तैदी से ड्यूटी करती रही लेकिन, जेल भरो आंदोलन जैसा कोई मामला साने नहीं आने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस अधिकारियों ने भी लगातार गश्त करते रहे।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई घटना के बाद से पुलिस ने भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज किए हैं। राकेश टिकैत ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए गुरुवार को जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी थी।
जिसके बाद पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव के निर्देश के बाद शामली शहर के मिल रोड पर कोतवाली के गेट पर गुरुवार की अलसुबह ही पुलिस ने बेरीकेडिंग कर दी थी। साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ अलर्ट रहे।
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश श्रीवास्तव और सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने कोतवाली का निरीक्षण कर जेल भरो आंदोलन की चेतावनी का जायजा लिया। पुलिस बल पूरी तरह से अलर्ट नजर आया जो किसी भी सूरत से निबटने को तैयार लग रहा था।
उधर, कैराना में भी भाकियू की इस हुंकार से उत्पन्न किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए पुलिस अलर्ट रही। जिसके चलते कैराना कोतवाली के मुख्य गेट पर बेरीकेडिंग करते हुए पुलिस व पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया हैं। जवान दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ अलर्ट रहे।
थानाभवन और झिंझाना थाने के गेट पर भी पुलिस ने सुबह से ही बेरीकेडिंग कर ली थी। क्षेत्राधिकारी अमित सक्सेना व थाना प्रभारी प्रभाकर केंतुरा ने पुलिस टीम के साथ बैरिकेडिंग लगाकर सुरक्षा घेरा बनाया। दिनभर पुलिस और पीएसी बल थाने के गेट पर अलर्ट रहा। हालांकि कोई स्थिति सामने नहीं आई।