Sunday, September 8, 2024
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फाइलों में दफन हुए तालाब, बने सूखे के हालात

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  • सरधना में खतरे में तालाबों का अस्तित्व, कार्रवाई के नाम पर भरा जा रहा फाइलों का पेट
  • सरधना में नगर पालिका रिकॉर्ड में दर्ज हैं 14 तालाब, धरातल पर एक भी तालाब नहीं बचा

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: सरकार भले ही अमृत सरोवर के नाम पर तालाब बचाने पर जोर दे रही हो। मगर सरकार की यह मंशा ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचने से पहले ही दम तोड़ रही है। सिस्टम ही धरती की कोख को सुखाने को जिम्मेदार बन रहा है। सामाजिक संगठन तक चिल्लाते-चिल्लाते थक गए हैं कि तालाबों-जलाशयों को बचा लो। वरना भविष्य भयानक होने वाला है। मगर सरकारी मशीनरी पूरी तरह आंखों पर पट्टी बांधे बैठी है।

जनता के टैक्स से भारी भरकम वेतन लेने वाले अधिकारी एसी वाले दफ्तरों में बैठकर तालाब कब्जा मुक्त कराने के नाम पर फाइलों का पेट भर रहे हैं। सरधना नगर की ही बात करें तो नगर पालिका रिकॉर्ड में 14 तालाब हैं। जो अपना अस्तित्व खो चुके हैं। इन तालाबों का वजूद खत्म होता जा रहा है। फाइलों में नजर आने वाले 14 तालाब जमीन पर कहीं नहीं दिखते। क्योंकि इन तालाबों पर कब्जे कर लिए गए हैं।

प्रशासन द्वारा कार्रवाई तो की जाती है, लेकिन सिर्फ कागजों में। आज तक प्रशासन की कार्रवाई पैमाइश से आगे नहीं बढ़ पाई है। जिसका नतीजा यह है कि तालाब लुप्त होने की कगार पर हैं। भले ही इसका परिणाम अभी नजर नहीं आ रहा हो, लेकिन भविष्य में आने वाली पीढ़ी हमें इस बात के लिए जरूर कोसेगी कि अपने स्वार्थ के लिए भविष्य को सूली पर चढ़ा दिया था।

तालाबों और जलाशयों के घटते अस्तित्व को लेकर सुप्रीम कोर्ट लगातार चिंता जताता रहा है। कोर्ट और केंद्र के साथ राज्य सरकार के सख्त आदेश हैं कि किसी भी रूप में जलाशयों को जीवित किया जाए। इसके लिए तमाम सामाजिक संस्थाएं भी आवाज उठा रही हैं। यहां तक की अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों को बचाने की कोशिश की जा रही है। मगर अफसोस सिस्टम फाइलों का पेट भरने में लगा हुआ है।

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इस बात का सवाल ही नहीं उठता है कि किसी तालाब पर कब्जा हो और हल्का लेखपाल से लेकर तहसील स्तर तक किसी को पता न चले। मगर सेटिंग का खेल ऐसा चलता है कि सबकी आंख बंद हो जाती हैं। सरधना नगर की बात करें तो पालिका रिकॉर्ड के अनुसार यहां 14 तालाब हैं। मगर वर्तमान में सभी तालाब अपना अस्तित्व खो चुके हैं। तालाब की भूमि पर कब्जे हो गए हैं। यहां तक की पक्की इमारतें खड़ी कर दी गई हैं। मगर प्रशासन की कार्रवाई पैमाइश से आगे नहीं बढ़ती है।

वर्तमान में यह तालाब अपना अस्तित्व बचाने के लिए तड़प रहे हैं। एक-दो तालाब आंशिक रूप से बचे भी हुए हैं। मगर उनका वजूद भी खत्म होता नजर आ रहा है। इसका कारण है कि प्रशासन इस ओर गंभीर नहीं है। तालाब के नाम पर चंद मीटर जमीन के टुकड़े नजर आते हैं। मगर अधिकारी इस ओर से पूरी तरह आंखें बंद किए बैठे हैं। यही हाल रहा तो भविष्य में आने वाली पीढ़ी पानी के लिए जरूरत तरस जाएंगी और उस दिन के लिए हमें कोसेंगी।

सब दिखाई देने के बाद भी बंद हैं आंखे

तहसील से लेकर पालिका स्तर तक अधिकारियों को तालाब की संख्या और उनकी हालत बखूबी पता है। मगर इस ओर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं होता है। शासन स्तर से सख्ती की जाती है तो पैमाइश का ढोंग करके कागजों का पेट भर देते हैं। इसके बाद फाइल ठंडे बस्ते में चली जाती है।

खुद को गणमान्य बताने वाले भी कब्जे में शामिल

तालाब की भूमि पर कब्जे करने वालों में सभी तरह के लोग शामिल हैं। सफेद पोश से लेकर गणमान्य और रईसजादे भी कब्जे के खेल में सने हुए हैं। कार्रवाई शुरू होती है तो यह लोग अपनी ऊंची पहुंच का फायदा उठाकर फाइल को वहीं बंद करा देते हैं। क्योंकि फाइल की पूर्ति करनी है तो गरीबों की झोपड़ी और दीवारें गिराकर पल्ला झाड़ लेते हैं। बाकी तालाबों पर बने विवाह मंडल से लेकर फैक्ट्री और बड़ी इमारत को छुआ तक नहीं जाता।

सरधना में ये है 14 तालाबों की हालत

  • खसरा संख्या-1905-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,6960-उक्त तालाब संत चार्ल्स इंटर कॉलेज की चारदीवारी के अंदर मौजूद है। जो कृषि के लिए इस्तेमाल हो रहा है।
  • खसरा संख्या-2547-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1520/3,3690 यह तालाब भी संत चार्ल्स इंटर कॉलेज की चारदीवारी के अंदर है।
  • खसरा संख्या-2163-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,2150-इस तालाब की भूमि पर पावरलूम फैक्ट्री व भवन बने हैं।
  • खसरा संख्या-2012-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1110-यह तालाब भी अवैध कब्जे का शिकार है।
  • खसरा संख्या-2468-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1070 तहसील रोड पर स्थित इस तालाब पर आंशिक कब्जा है। चंद मीटर भूमि खाली पड़ी है।
  • खसरा संख्या-2351-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,0510,यह तालाब पांडुशिला रोड पर स्थित है। जो आंशिक रूप से खाली है।
  • खसरा संख्या-2482-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,5060-यह तालाब आंशिक रूप से कब्जे में है।
  • खसरा संख्या-2488-हेक्टेयर वर्ग मीटर-1,4550-तालाब दर्जनों इमारत खड़ी हैं।
  • खसरा संख्या-2484-हेक्टयेर वर्ग मीटर-0,0760-इस तालाब पर भी आबादी बस चुकी है।
  • खसरा संख्या-1877-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,2770 कालंद चुंगी पर स्थित यह तालाब कूडेÞ से अटा पड़ा है। कुछ भी अतिक्रमण कर लिया गया है।
  • खसरा संख्या-2325-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1900-इस तालाब की भूमि पर इमारत खड़ी है।
  • खसरा संख्या-2273-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,1010- कुछ पर खेती हो रही है तो कुछ खाली पड़ी है।
  • खसरा संख्या-2367-हेक्टेयर वर्ग मीटर-0,2280-इस तालाब पर भी आबादी बस चुकी है।
  • खसरा संख्या-2461-1,1020/1,8980-तहसील रोड स्थित तालाब की अधिकांश भूमि पर कब्जा है।
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