नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म में प्रतिवर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की आषाढ़ मास के आठवें दिन कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व आज यानि 6 सितंबर और कल 7 सितंबर दोनो दिन मनाया जा रहा है।
कृष्ण जन्मोत्सव के दिन लोग व्रत रखते हैं और रात्रि में पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन भगवान कृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। लड्डू गोपाल का पंचामृत से स्नान कराकर सुदंर वस्त्र, बांसुरी, पायल और मोरपंख लगााकर तैयार किया जाता है। तो आप भी कृष्ण जन्माष्टमी के दिन अपने लड्डू गोपाल को इस तरह के चीजों से सजाकर तैयार कर सकती है।
लड्डू गोपाल वस्त्र
कृष्ण जन्मोत्सव के दिन पीले, हरे, लाल, मोरपंख से बने वस्त्र, फूलों वाले वस्त्र, मीनाकारी, जरदोरी जैसे वस्त्र लड्डू गोपाल को पहना सकते हैं। इससे कान्हा आप पर प्रसन्न होंगे।
लड्डू गोपाल बांसुरी
कहा जाता है कि बांसुरी कृष्ण जी की सबसे प्रिय वस्तु है। इसके बिना कान्हा का श्रृंगार अधूरा माना जाता है। ऐसे में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन आप छोटी सी बांसुरी कान्हा के हाथों मे रखें
लड्डू गोपाल मोर मुकुट
हर तस्वीर में कृष्ण जी के मुकुट मोरपंख लगा होता है ऐसा इसलिए क्योंकि यह भी अतिप्रिय है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन उन्हें मोर मुकुट जरूर पहनाएं। ऐसा करने से कान्हा प्रसन्न होंगे और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।
लड्डू गोपाल माला
जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को मोतियों की माला या फिर वैजयंती की माला पहनाएं। आप चाहें तो पीले या लाल फूलों से बने माला भी कान्हा को पहना सकते हैं।
लड्डू गोपाल पाजेब और कमरबंध
भगवान श्री कृष्ण की कृपा पाने के लिए चांदी से बने पाजेब या पायल बाल गोपाल के चरणों में जरूर पहनाएं। साथ ही कमर में कमरबंध भी पहनाएं।
लड्डू गोपाल कुंडल
जन्माष्टमी के दिन कृष्ण कन्हैया के कानों में सोने, चांदी या मोती से बने कुंडल जरूर पहनाएं।
लड्डू गोपाल कड़े और बाजूबंध
जन्माष्टमी के दिन पूजा के समय चांदी या सोने के कड़े से लड्डू गोपाल का श्रृंगार करें। इससे जीवन में आ रही बधाएं दूर होती हैं।
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