Sunday, March 2, 2025
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फ्री इलाज के नाम पर निजी अस्पताल मचा रहे ‘लूट’

  • डीएम, सीएमओ आफिस से पूछताछ के लिए मुंह बंद रखने की हिदायत
  • सुभारती में संक्रमित की मौत पर परिजनों को थमाया 4.12 लाख का बिल

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कोरोना संक्रमण के मुफ्त इलाज के नाम पर उन प्राइवेट अस्पतालों में लूट मची है जिनको सरकार ने संक्रमितों के इलाज के लिए अधिग्रहित किया है।

जितने मरीजों का इलाज प्राइवेट मेडिकल या अस्पतालों में किया जाता है उनका भुगतान सरकार करती है, लेकिन इसके बाद भी सुभारती सरीखे मेडिकल की जहां कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है, संक्रमितों के इलाज के नाम पर खुली लूट मची हुई है।

ये है पूरा मामला

संजीव शुक्ल 47 वर्षीय को करीब आठ दिन पहले कोरोना संक्रमित होने पर मेडिकल से सुभारती मेडिकल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया था। बकौल परिजन सुभारती पहुंचने के बाद सुभारती के किसी आलोक नाम के शख्स से बजाए सामान्य वार्ड के प्राइवेट में मात्र अस्सी हजार के पैकेज में बढ़िया इलाज का आॅफर दिया।

बिल न मांगने की रखी शर्त

परिजनों ने बताया कि मात्र 80 हजार रुपये जिसमें 50 हजार आईसीयू व 30 हजार दवाओं के मांगे गए, लेकिन शर्त रखी गयी कि बिल नहीं दिया जाएगा। परिजनों ने बताया किम उन्हें बिल क्या करना था, वो तो बस इतना चाहते थे कि संजीव शुक्ला कोरोना से ठीक होकर अपने घर परिवार में लौटे। बात तय होने पर मरीज को भर्ती करा दिया गया। 60 हजार एडवांस जमा करा दिए गए।

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डीएम और सीएमओ बताएं फ्री इलाज

संक्रमित के परिजनों ने बताया कि अस्पताल के स्टाफ ने हिदायत दी थी कि यदि डीएम या सीएमओ आॅफिस से फोन आए और इलाज के संबंध में जानकारी ली जाए तो उन्हें सुभारती में फ्री इलाज होने की जानकारी दी जाए। परिजन इसके लिए भी तैयार हो गए। उन्होंने किसी के सामने मुंह तक नहीं खोला।

थमाया 4.12 लाख का बिल

उपचार के दौरान दो दिन पूर्व संजीव की मौत हो गयी। मौत के बाद जब परिजनों ने डेड बॉडी मांगी तो सुभारती की स्टाफ रजनी रानी ने उन्हें 4.12 लाख का बिल थमा दिया और कहा कि बिल काउंटर पर जमा करा दो तभी शव मिलेगा। इसको लेकर परिजनों ने हंगामा किया। उनका कहना थ कि धोखा किया गया है, लेकिन पूरी पेंमेंट के बगैर शव देने से मना कर दिया।

मामला गंभीर, निरस्त हो सकता है लाइसेंस

स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना मामलों को देख रहे जिला सर्विलांस अधिकारी डा. प्रशांत से जब इस संबंध में बात की गयी तो उन्होंने इसको बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि महामारी ऐक्ट लागू है। सभी के लिए प्रोटोकॉल तय है। जो आरोप लगाए गए हैं यदि वो जांच में सत्य पाए गए तो इसके चलते आरोपी मेडिकल का लाइसेंस तक निरस्त किया जा चुका है। हालांकि इस संबंध में अभी लिखित शिकायत का इंतजार है। लिखित शिकायत मिलने पर ही जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जगत हॉस्पिटल में मारपीट वीडियो वायरल

थाना नौचंदी क्षेत्र के गढ़ रोड स्थित जगत हॉस्पिटल में मारपीट का वीडियो वायरल हो गया। स्टोर कीपर के साथ मारपीट का मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। मरीज के तीमारदारों ने हॉस्पिटल में हंगामा करते हुए स्टोर संचालक के साथ मारपीट की थी। सरधना के ग्राम थोड़ा निवासी सुरेंद्र सिंह पुत्र मटरु सिंह को हापुड़ रोड स्थित जगत हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। आज अस्पताल में स्थित स्टोर के बिल को लेकर सुरेंद्र सिंह के परिवार के लोगों ने हंगामा करते हुए स्टोर संचालक की जमकर पिटाई कर दी। मारपीट का ये वीडियो हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। हॉस्पिटल में भर्ती मरीज के परिजनों ने उल्टा हॉस्पिटल के स्टाफ व डा. सुधीर पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए खिलाफ नौचंदी थाने में तहरीर दी है।

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