- समाजसेवी सागर गुप्ता के घर पहुंचे शंकराचार्य ने दिए आशीष
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: शंकराचार्य श्री स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी ने कहा कि-सनातन धर्म और संस्कृति का पूरी दुनिया में डंका बजता रहा है। हमारी संस्कृति महान है। हम महान देश के वासी हैं। उन्होंने कहा कि ध्रियते धारयति लोक:
इति धर्म:। यानि कि जो धारण करने योग्य हो, वह धर्म कहलाता है। हमें हर हाल में अपनी संस्कृति की रक्षा करनी चाहिए।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद गुरुवार को माधोविहार स्थित समाज सेवी सागर गुप्ता घी वालों के निवास पर निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे।हसबसे पहले सागर गुप्ता की अगुवाई में उनके परिनजनों ने शंकराचार्य जी महाराज का पाद प्रच्छालन किया। सागरव परिजनों ने स्वामी जी के खड़ाऊं को सिर-माथे लगाया और पूजन के साथ, दीप जलाकर आरती की। सत्कार से गदगद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने सागर सहित पूरे परिवारी को आशीष दिया।
इस मौके पर स्वामी सहजानंद सरस्वती जी महाराज भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि मां शाकुंबरी सिद्धपीठ क्षेत्र मेें शंकराचार्य गुरुवार रात प्रवास करेंगे। संस्कृत विद्यालय के बच्चों से मिलकर उन्हें आशीष देंगे। साथ ही यहां पर आयोजित छप्पन भेज के भंडारे में शामिल होंगे। सागर गुप्ता के घर इस मौके पर तमाम महत्वपूर्ण लोग भी मौजूद थे। समाजसेवी विनय जिंदल, युवा भाजपा नेता सुमित सिंघल समेत कई और लोगों ने शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी का आशीर्वाद लिया। इसके बाद गाड़ियों के काफिले के साथ सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था के बीच शंकराचार्य शकुंबरीदेवी सिद्ध पीठ क्षेत्र के लिए रवाना हो गए।