- पुलिस ने केंद्र पर पहुंच किसानों को समझाकर किया शांत
जनवाणी संवाददाता |
झिंझाना: किसानों ने धान क्रय केन्द्र पर तैनात कर्मचारियों पर धान नहीं तोलने और अवैध उगायी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों की समस्या सुनकर अधिकारियों से बात कर धान क्रय केन्द्र पर तौल शुरु करायी। साथ ही, किसानों को समझा बुझाकर कर शांत किया।
शनिवार की सुबह क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर निवासी किसान यशपाल व कुलदीप अना धान ट्रैक्टर-ट्राली में भरकर झिंझाना स्थित सरकारी क्रय केंद्र पर लेकर पहुंचें। केन्द्र पर तैनात सहायक नीरज की किसानों के साथ धान तोलने को लेकर बहस हो गई। उसके बाद बहस हंगामे में बदल गई।
धान केन्द्र पर हंगामा होने की सूचना पर सब इंस्पेक्टर संजय कुमार पुलिस बल के साथ केंद्र पर पहुंचें। हंगामा कर रहे किसानों ने पुलिस को बताया कि वह तीन दिन से रोज धान लेकर केन्द्र पर बेचने के लिए आते हैं लेकिन केन्द्र पर तैनात कर्मी उनको धान गिल्ला होने तथा समय नहीं होने का बहाना बनाकर टरका रहे हैं।
शनिवार को भी जब धान लेकर आये तो धान तोलने से मना कर दिया जिस पर केन्द्र पर तैनात सहायक नीरज ने 50 रुपये प्रति कुंतल सुविधा शुल्क मांगा। जब केंद्र सहायक से रसीद देने के लिए को कहा तो उसने अभद्रता करते हुए धान तोलने से मना कर दिया।
दूसरी ओर, धान केन्द्र पर तैनात सहायक नीरज ने बताया कि सरकार का आदेश है कि क्रय केन्द्र पर धान की उतराई, छनाई, सफाई पर आने वाला खर्च बीस रुपये प्रति कुंतल किसान को देना होगा जो किसान ने देने से मना कर दिया जिसके बाद किसानो ने हंगामा कर दिया।
क्षेत्रीय विपणन अधिकारी रजनीश भारती ने बताया कि वे सरकारी कार्य से बाहर हैं। केन्द्र पर कोई अवैध उगाहीं नही हुई है। कर्मचारियों व किसानों के बीच समझने को लेकर मतभेद था। तोल बराबर चल रहा है, जो भी किसान केन्द्र पर धान लेकर आयेगा उसको लिया जाएगा। अब तक केन्द्र पर लगभग किसानों का 592 कुंतल धान खरीदा गया है जो लक्ष्य से दोगुना है।