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नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म में एकादश व्रत को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। वहीं, इस बार 27 अगस्त यानि रविवार को पुत्रदा एकादशी मनाई जाएगी। पुत्रदा एकादशी को हम पवित्रा एकादशी भी कहते हैं। यह तिथि श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष के 11वें दिन मनाई जाती है।
यह व्रत संतान और अच्छे पारिवारिक जीवन चाहने वाले लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन पति-पत्नि को मिलकर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए। बताया जाता है कि जिनके विवाह के बाद लंबे समय तक पुत्र नहीं होता है उनके लिए बेहद खास होता है।
व्रत के नियम
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस व्रत को बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है और इसमें बच्चों, पारिवारिक समृद्धि और समग्र कल्याण के लिए भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए विभिन्न नियम शामिल होते हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और अनाज, दाल और फलियां खाने से परहेज करते हैं। अगले दिन द्वादशी को सुबह पूजा करने और ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को भोजन कराने के बाद व्रत खोला जाता है।
पवित्र कार्य
इस दिन भक्तों को विष्णु भगवान की पूजा करनी चाहिए। इसी के साथ पूधर्मग्रंथ पढ़ने और भगवान विष्णु की महिमा सुननी चाहिए।
इस व्रत का महत्व
पुत्रदा एकादशी विशेष रूप से संतान की इच्छा रखने वाले दंपत्तियों के लिए पूजनीय है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत से संतान संबंधी बाधाएं दूर होती हैं और स्वस्थ संतान का आशीर्वाद मिलता है।
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