जनवाणी ब्यूरो|
नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसद आज हाथरस जाएंगे और मृतक युवती के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, “पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसद आज दोपहर उत्तर प्रदेश के हाथरस जाएंगे और 19 वर्षीय युवती के परिवार से मिलेंगे जिसकी क्रुरता से बलात्कार और हत्या कर दी गई।”
हाथरस दुष्कर्म मामले में सियासत जोरों पर है। गुरुवार को राहुल गांधी को पीड़िता के पास नहीं पहुंचने दिया गया, जिससे राजनीतिक पारा बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं। पीड़िता के गांव को पुलिस ने चारों तरफ से सील कर दिया है।
वहां किसी राजनीतिक दल के नेताओं या मीडिया के जाने पर प्रतिबंध है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले को पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे पर रोक दिया था।
Congress MPs under the leadership of former Congress President Rahul Gandhi will go to #Hathras, UP today afternoon to meet the family of the 19-year-old daughter of Uttar Pradesh, who was brutally assaulted & murdered: Congress leader KC Venugopal pic.twitter.com/RYZTwjV9iX
— ANI (@ANI) October 3, 2020
राहुल गांधी ने शनिवार को सोशल मीडिया ट्वीटर पर लिखा है, “इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ यूपी सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए।
दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।”
दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2020
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘यह इन दोंनों भाई बहनों का राजनीतिक पाखंड है।’
प्रसाद ने कहा कि जब कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान में ऐसा ही जघन्य अपराध घटित हुई थी, तब भाई-बहन (राहुल-प्रियंका) चुप क्यों थे?
उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बारे में खबरों में आए उस बयान को तवज्जो नहीं दी कि वे (गहलोत) भाजपा नेताओं को अपने राज्य में आने से नहीं रोकते।
हालांकि, हाथरस कांड में एक्शन में आई योगी सरकार ने शुक्रवार शाम को वहां के पुलिस अधीक्षक, उपाधीक्षक, इंसपेक्टर व दो अन्य पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह आदेश एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद दिए। अभी तक शामली के कप्तान विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने इस मामले में पीड़ित परिवार, आरोपी पक्ष व संबंधित पुलिस कर्मियों का पालीग्राफ व नार्को टेस्ट भी कराने का भी आदेश दिए हैं।
निलंबित किए जाने वालों में जिले के कप्तान विक्रांत वीर, क्षेत्राधिकारी रामशब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक जगवीर सिंह व हेड मोहर्रिर महेश पाल शामिल हैं।
हाथरस कांड के बाद पीड़िता के गांव में कड़ा पहरा लगा दिया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को मीडिया सहित बाहरी लोगों को गांव में नहीं घुसने दिया।
इस पाबंदी पर योगी आदित्यनाथ सरकार के नगर विकास राज्य मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण न फैले, इसलिए मृतका के गांव में लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा है।
पत्रकार वार्ता में राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि हाथरस कांड का जल्द ही खुलासा होगा। पीड़िता के गांव में लगी पाबंदी पर उन्होंने कहा कि वहां तैनात कुछ पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित मिले। कोरोना संक्रमण न फैले, इसलिए मृतका के गांव में लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा।
इतना ही नहीं हाथरस के चंदपा क्षेत्र की अनुसूचित जाति की युवती के साथ हुई घटना से पूरे इलाके में जातीय तनाव बढ़ता जा रहा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट व कुछ तथ्यों के सामने आने के बाद आरोपी पक्ष भी अब खुलकर सामने आ गया है। इलाके में पंचायतें शुरू हो गई हैं। ऐसे में जो तनाव खामोशी भरा था, उसे खुलकर देखा जा सकता है।
गांव में तो पुलिस फोर्स के चलते मामला शांत है और वहां वाल्मीकि परिवार के चंद घर हैं, लेकिन आसपास के इलाके में इस जातीय तनाव की तपिश देखी जा सकती है। इसका आभास स्थानीय प्रशासन को भी हो रहा है। खुफिया तंत्र अलर्ट पर है।
दुष्कर्म व हत्या के आरोप में जेल भेजे गए युवकों के समर्थन में शुक्रवार को सवर्ण समाज का आक्रोश सामने आ गया। धनीपुर मंडी के पास सवर्ण समाज के लोगों ने हाथरस के भाजपा सांसद राजवीर दिलेर का पुतला फूंका। उन पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया।