- एसपी सिटी और एडीएम की छापेमारी में कार्यालय में मिले चार संदिग्ध
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: संभागीय परिवहन कार्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश पर एसपी सिटी व एडीएम ने छापेमारी की। अचानक हुई कार्रवाई से आरटीओ कार्यालय में हड़कंप मच गया। इस दौरान पुलिस ने कार्यालय परिसर में घूम रहे चार संदिग्धों को हिरासत में ले लिया जिन्हें बाद में चेतवानी देकर छोड़ दिया गया। सोमवार को एडीएम ब्रिजेश कुमार सिंह व एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह अचानक आरटीओ कार्यालय में छापेमारी करने पहुंचे। बताया जा रहा है काफी समय से कार्यालय में दलालों के द्वारा काम होने की सूचनाएं मिल रही थी। इसके बाद ही प्रशासनिक स्तर पर यह कार्रवाई की गई। बताते चले कि आरटीओ कार्यालय में ऐसे बाहरी लोगो का प्रवेश निषेध है। जिनका कोई काम नहीं होता, लेकिन यहां आम आदमी का काम भी बिना दलालों के नहीं होता है।
यहां हर विभाग में केवल उन्हीं लोगों के चेहरे पहचाने जाते हैं। जिनका रोज आना-जाना लगा रहता है। ऐसे लोगों को दलाल कहा जाता है और बिना दलालों के यहां काम कराना आसान नहीं है। वाहनों के फिटनेस से लेकर लोन की एनओसी तक लेने में यहां काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं। वहीं, जिस काम को कराने में आम आदमी भटकता रहता है। उसे दलाल चुटकी बजाते ही करा देते हैं। एडीएम व एसपी सिटी की छापेमारी में चार ऐसे ही दलालों को हिरासत में लिया गया, जो किसी दूसरे का काम कराने के लिए कार्यालय में घूम रहे थे। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया हिरासत में लिए गए चारों बाहरी युवकों को फिलहाल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है, लेकिन शिकायत मिलने पर फिर से कार्रवाई की जाएगी और इस बार सख्त कदम उठाएं जाएंगे।
पकड़े गए दलालों में से दो के खिलाफ मुकदमा
एडीएम व एसपी सिटी ने मुजफ्फरनगर निवासी एक महिला की शिकायत पर आरटीओ कार्यालय में छापेमारी की। इस दौरान चार युवकों को हिरासत में लिया गया। जिनमें से दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। महिला ने एक सप्ताह पहले सीज गाड़ी से पेट्रोल चोरी होने की शिकायत सीएम पोर्टल पर की थी। जिसके बाद छापेमारी की गई। जिसमें चार युवकों शानू, वासित, राजेश व शिवम को हिरासत में लिया गया। देर शाम पुलिस ने नौचंदी थाने पर शानू व वासित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया जबकि राजेश व शिवम को क्लीन चिट दे दी गई।