- पूर्व सीएम मायावती, पूर्व डिप्टी स्पीकर मीराकुमार थी मैदान में
- रामविलास के पक्ष में पूरे देश के 50 विधायक मांग रहे थे वोट
मुख्य संवाददाता |
बिजनौर: वर्ष 1985 में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बिजनौर सीट से लोकसभा का उपचुनाव लड़ा था। उस समय बिजनौर सीट पर पूरे देश की निगाह थी। चुनाव मैदान में पूर्व सीएम मायावती, पूर्व डिप्टी स्पीकर मीराकुमार मैदान में थी। उस समय रामविलास पासवान के पक्ष में बिजनौर में करीब 50 विधायकों ने घर-घर जाकर वोट मांगे थे।
गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का निधन हो गया। रामविलास पासवान का बिजनौर से पुराना नाता रहा है। राम विलास पासवान बिजनौर से लोकसभा का उपचुनाव लड़ चुके हैं। वर्ष 1985 में रामविलास पासवान ने बिजनौर से उपचुनाव लड़ा था। यह उपचुनाव कांग्रेस के सांसद गिरधारी लाल के निधन के बाद हुआ था। इस उपचुनाव पर पूरे देश की निगाहें थी।
वर्ष 1985 के बिजनौर लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस से पूर्व डिप्टी स्पीकर मीरा कुमार, पूर्व सीएम मायावती और लोकदल से रामविलास पासवान उम्मीदवार थे। इस चुनाव में मीरा कुमार विजयी रही थी। मीराकुमार को 128086 मत, रामविलास पासवान को 122747 मत मिले थे। जबकि मायावती को 61504 मत ही मिले थे।
इस चुनाव में खास बात यह थी कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को पूरे देश के करीब 53 विधायक चुनाव लड़ा रहे थे और गांव- गांव जाकर वोट मांग रहे थे। भाजपा के वरिष्ठ नेता सीताराम राणा की माने तो रामविलास पासवान के पक्ष में पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव, पूर्व सीएम बीजू पठनायक, पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल, पूर्व मंत्री शरद यादव सहित देश के बड़े-बडे नेताओं ने वोट मांगे थे।
पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव रामविलास पासवान को जिताने के लिए बिजनौर में डेरा डाल दिया था। करीब तीन दिनों तक बिजनौर रहे थे। इस चुनाव में रामविलास पासवान हार गए थे, लेकिन चुनाव हारने के बाद रामविलास पासवान गांव-गांव घूमकर सभी जनपद वासियों का आभार जताया था। रामविलास पासवान को आज भी बिजनौर के कई लोग मिलने जाते थे।